शुक्रवार, 21 सितंबर 2012

बाड़मेर ः नगरीय विकास को लगे सुनहरे पँख



बाड़मेर ः नगरीय विकास को लगे सुनहरे पँख
                                                                  - डॉ. दीपक आचार्य
जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी,
बाड़मेर
     

भारत का पश्चिमी सीमांत बाड़मेर जिला हाल के वर्षो में हुए प्रयासों की वजह से नगरीय विकास के मामले में प्रदेश के महानगरों की होड़ करने लगा है।

विकास के आधुनिक सरोकारों में अग्रणी बाड़मेर में विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों ने ग्रामीण क्षेत्रों को तो विकास की मुख्य धारा से जोड़ा ही है, नगरीय विकास की दीर्घकालीन व उपयोगी गतिविधियों के मामले में भी इक्कीस ही ठहरता है। बाड़मेर में नगर निकायों के साथ ही आर.यु.आई.डी.पी के प्रयासों ने शहरी विकास की नई तस्वीर उभारी है। नगरीय विकास के मामले में हाल के वर्ष उपलब्धियों के जनक रहे है।

बाड़मेर शहर में चार लेन में तब्दील हो रहा राष्ट्रीय राजमार्ग

बाड़मेर के तीव्र गति से होने वाले औद्योगिक विकास के कारण भविष्य में संभावित यातायात दबाव की समस्या के समाधान एवं सुरक्षित यातायात व्यवस्था के उद्देश्य से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-15 के7 किलोमीटर के भाग को चार लेन में चौड़ा किया जा रहा है। इस कार्य में सड़क की आवश्यक चौड़ाई,डिवाईडर, पानी की निकासी आदि सभी सुविधाओं का प्रावधान किया जा रहा है। इस कार्य पर 2796 लाख की लागत आएगी। यह कार्य जनवरी 2013 तक पूरा होना है।

शहरी विकास को नया स्वरूप दे रही आयूआईडीपी

रूरल अरबन इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट प्रोजेक्ट (आरयूआईडीपी)के अन्तर्गत बाड़मेर शहर में विभिन्न विकास गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है।

बाड़मेर शहर के मध्य से रेल्वे लाईन गुजरती है जिसके कारण शहर दो भागों में विभाजित हो जाता है। रेल्वे फाटक बन्द रहने के कारण यातायात अक्सर बाधित रहता है यह समस्या बाड़मेरवासी दीर्घ काल से झेल रहे हैं। इस समस्या के स्थाई समाधान की दृष्टि से शहर में दो रेल्वे ओवर ब्रिज क्रमशः29.11 करोड़ एवं 18.55 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन हैं। अब तक इनका 80 प्रतिशत से अधिक कार्य पूर्ण हो चुका है। आरयूआईडीपी के अन्तर्गत ही बाड़मेर शहरी पेयजल योजना में 91 किलोमीटर पाईप लाईन डाली गई है। इसी प्रकार बाड़मेर शहरी पेयजल योजना में 9 उच्च जलाशयों एवं पम्प हाउस का निर्माण किया जा रहा है। इनके माध्यम से पूरे शहर को पानी उपलब्ध करवाया जाएगा।

जल-मल निस्तारण (सीवरेज)

बाड़मेर शहर में आरयूआईडीपी द्वारा 27 करोड़ रुपये का सीवरेज कार्य करवाया जा रहा है। शहर में कुल 40 किलोमीटर लम्बाई की सीवर लाईन डाली जानी है एवं एक 10 एमएलडी का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बाड़मेर सिणधरी रोड पर कुंड़ला गांव के पास प्रस्तावित है। अब तक कुल 4783 मीटर सीवर लाईन बिछाई जा चुकी है एवं कुल 1.49 करोड़ रूपये व्यय किये जा चुके हैं। यह निर्माण कार्य प्रगति पर है।

ठोस कचरे का निस्तारण

आरयूआईडीपी की सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट योजना के तहत शहर से कचरा उठाने के लिए नगरपरिषद बाड़मेर को एक लोडर, एक बैकहोम मशीन, एक काम्पेक्टर मशीन, दो ऑटो रिक्शा व 70लीटर बीन कैरियर की आपूर्ति हो चुकी है जिसकी लागत 1.29 करोड़ रुपये है।

अग्नि शमनयंत्र

आर.यू.आई.डी.पी. की अग्निशमन यंत्र योजना के तहत आग बुझाने हेतु नगरपरिषद बाड़मेर को चार अग्निशमन वाहन प्राप्त होने हैं जिनमे से एक अग्नि शमन वाहन 4500 लीटर क्षमता का प्राप्त हो चुका है। इसमें चार हजार लीटर पानी तथा पांच सौ लीटर रसायन भरण की क्षमता है। इस योजना की लागत 1.15 करोड रुपये है।

आईडीएसएमटी में हुए विकास कार्य

नगरपालिका के अन्तर्गत जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में छोटे व मध्यम शहरों का एकीकृत विकास कार्यक्रम(इन्टीग्रेटेड डवलपमेंट ऑफ स्माल एण्ड मीडियम टाउन) योजना संचालित है। विकास की यह महत्त्वपूर्ण योजना है। क्योंकि इसमे वितीय संसाधन स्थानीय स्तर पर ही सृजित होते हैें।

जिला कलेक्टर द्वारा विकास हेतु स्थानीय निकायों को भूमि उपलब्ध कराई जाती है व स्थानीय निकायों को भूमि विक्रय से प्राप्त संसाधनों को योजनाबद्ध ढंग से विकास मे लगाया जाता है। बाड़मेर में जिला कलक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने दूरदर्शी विकास की संभावनाओं को देखते हुए दीर्घकालीन उपयोगी योजनाओं को मूत्र्त रूप दिया है।

इस योजना में बाड़मेर नगर परिषद द्वारा शहर में सर्किट हाउस से विवेकानन्द सर्किल तक 3.12करोड़ की लागत से फोरलेनिंग का कार्य कर 2.5 किमी सड़क निर्मित की गई है।

शहर के मुख्य मार्गो पर लगभग 10 किमी सीमेन्ट की सड़कों का निर्माण किया गया है । आदर्श स्टेडियम परिसर में 5.50 करोड़ की लागत के मनोरंजन केन्द्र, मैरिज गार्डन, मीटिंग स्थल, 1किमी लम्बा जोगिंग पार्क, विभिन्न खेलोें हेतु खेल मैदान एवं पार्किग क्षेत्र भी विकसित किया गया है। बाड़मेर में लम्बे समय से चली आ रही रोडवेज बस स्टेण्ड की समस्या का समाधान कर 6.13 बीघा में आधुनिक बस स्टेण्ड निर्माण का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है।

औद्योगिक नगरी भी पीछे नहीं है शहरी विकास में

नगरीय विकास केे मामले में बालोतरा नगरपालिका में भी उल्लेखनीय विकास कार्य जारी हैं। बाड़मेर जिले की औद्योगिक नगरी के रूप में मशहूर बालोतरा में 2 करोड़ की लागत से सड़क निर्माण करवाया जा रहा है।

बालोतरा शहर के विभिन्न स्थानोें पर आम जन को प्रकाश की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध करवाने के लिये बालोतरा शहर में आम जन को खेलकूद की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध करवाने की दृष्टि से शहीद भगतसिंह स्टेडियम बालोतरा में 1 करोड़ रुपये से क्रीड़ा स्थलों व अन्य सुविधाओं का विकास कराया जा रहा है। नगरीय विकास की विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों में बाड़मेर जिला बेहतर क्रियान्वयन का परिणाम दर्शा रहा हैं।

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