थार में मेघ मल्हार
बाड़मेर. सोमवार को बाड़मेर,बालोतरा व जैसलमेर तथा पोकरण में झमाझम बारिश हुई। बाड़मेर में दिनभर तेज गर्मी व उमस के बाद शाम करीब 6 बजे तेज हवा के साथ बरसात का दौर शुरू हुआ जो खबर लिखे जाने तक जारी था। मौसम विभाग के अनुसार रात 8:30 बजे तक 85 एमएम बारिश दर्ज की गई। वहीं बालोतरा में तेज तूफान के साथ आई बरसात से शहर में करीब ढाई से तीन फीट तक पानी भर गया। वहीं जैसलमेर में बरसात से मौसम सुहाना हो गया पर्यटकों ने मौसम का लुत्फ उठाते हुए सम का भ्रमण किया। पोकरण में हुई बरसात से बाबा के भक्तों को आवागमन में परेशानी हुई। बालोतरा। बालोतरा सहित उपखण्ड क्षेत्र के कई गांवों में सोमवार शाम करीब 35 मिनट तक मूसलाधार बरसात हुई। तूफानी हवाओं के साथ हुई बरसात ने सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। तेज बरसात के बाद सड़कें तालाब बन गई। निचले इलाकों में पानी का जबरदस्त भराव हो गया। बदहाल सीवरेज के कारण पानी के भराव के कारण शहर की यातायात व्यवस्था बारिश थमने के कई घंटों बाद रात तक सामान्य नहीं हो पाई।
पिछले तीन दिनों से क्षेत्र में उमस का प्रकोप चरम पर था। भट्टी की तरह दहकते माहौल के कारण आमजन बेहाल नजर आ रहा था। हर दिन बादल बनते और उम्मीदों पर तुषारापात कर बिखर जाते। सोमवार को भी सुबह से ही उमस का प्रकोप शुरू हो गया। जो दिन चढ़ने के साथ-साथ बढ़ता गया। दोपहर बाद आसमान में बादल गहराने शुरू हो गए। शाम करीब पांच बजे तूफानी हवा के साथ तेज बरसात शुरू हो गई। करीब 35 मिनट तक एक ही लय से चलती रही। बारिश का जोर इतना ज्यादा था कि सड़कों पर नाले बहने लगे।
परनालों में पानी का बहाव समाया नहीं। कई इलाके तालाब बन गए। सुलभ कॉम्पलेक्स से लेकर पुराना बस स्टैण्ड तक जबरदस्त पानी का बहाव रहा। पुराना बस स्टैण्ड पर करीब साढे तीन फीट पानी का भराव रहा। कई दुकानों में पानी घुस गया। तालाब बनी सड़क से गुजरने वाले वाहन बीच रास्ते में ही अटक गए। इसी तरह शास्त्री चौक, जैन सराय के पिछवाड़े, गांधीपुरा, मालियो का निचला बास, नाहटा अस्पताल के आगे भी सड़क पानी में डूबी रही। पुलिस थाने से न्यायालय के बीच सड़क पर पानी के भराव से आवागमन मुश्किल हो गया।
नेहरू कॉलोनी में जल भराव के कारण रहवासियों की हालत खस्ता हो गई। सड़क पर कई घंटों तक पानी का भराव रहने से आवागमन मुश्किल हो गया। इस बस्ती के कई घरों में पानी घुस गया। रहवासियों को काफी मुश्किलें झेलनी पड़ी। नयापुरा इलाके में पानी में डूबी सड़क के क्रॉस नाले में एक बैल फंस गया।
इसे आधा घंटे की मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका। पुराना बस स्टेण्ड पर दुकानों व सड़क किनारे स्थित कई घरों में पानी घुस गया। नाकोड़ा सराय में भी पानी का भराव हो गया। शहर की कई निचली बस्तियों में भी तूफानी बरसात ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। बारिश के बाद मौसम खुशगवार बन गया। ठण्डी हवा चलने से ठिठुरन सताने लगी। घरों में गरमा-गरम पकवान व व्यंजन बनाए गए। बाजार में भी गर्म नमकीन व पकवानों की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़भाड़ रही। पचपदरा में करीब आधा घंटे से ज्यादा समय तक हुई झमाझम बरसात ने जनजीवन को तरबतर कर दिया। ग्रामीण इलाकों में कहीं हल्की तो कहीं तेज बरसात के समाचार है।
सिवाना . कस्बे में सोमवार दोपहर तीन बजे दस मिनट तक झमाझम बरसात ने उमस से बेहाल लोगों को राहत की सांस दी। मुख्य मार्गो पर बरसाती नालों में तेज बहाव के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी झेलनी पड़ी। आस-पास के गांवों में हल्की बरसात के समाचार है।
मोकलसर . आस-पास के गांवों में सोमवार दोपहर करीब आधा घंटे तक रिमझिम बरसात हुई। मोकलसर व मायलावास में हल्की बरसात से लोगों ने राहत की सांस ली।
बाड़मेर. सोमवार को बाड़मेर,बालोतरा व जैसलमेर तथा पोकरण में झमाझम बारिश हुई। बाड़मेर में दिनभर तेज गर्मी व उमस के बाद शाम करीब 6 बजे तेज हवा के साथ बरसात का दौर शुरू हुआ जो खबर लिखे जाने तक जारी था। मौसम विभाग के अनुसार रात 8:30 बजे तक 85 एमएम बारिश दर्ज की गई। वहीं बालोतरा में तेज तूफान के साथ आई बरसात से शहर में करीब ढाई से तीन फीट तक पानी भर गया। वहीं जैसलमेर में बरसात से मौसम सुहाना हो गया पर्यटकों ने मौसम का लुत्फ उठाते हुए सम का भ्रमण किया। पोकरण में हुई बरसात से बाबा के भक्तों को आवागमन में परेशानी हुई। बालोतरा। बालोतरा सहित उपखण्ड क्षेत्र के कई गांवों में सोमवार शाम करीब 35 मिनट तक मूसलाधार बरसात हुई। तूफानी हवाओं के साथ हुई बरसात ने सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। तेज बरसात के बाद सड़कें तालाब बन गई। निचले इलाकों में पानी का जबरदस्त भराव हो गया। बदहाल सीवरेज के कारण पानी के भराव के कारण शहर की यातायात व्यवस्था बारिश थमने के कई घंटों बाद रात तक सामान्य नहीं हो पाई।
पिछले तीन दिनों से क्षेत्र में उमस का प्रकोप चरम पर था। भट्टी की तरह दहकते माहौल के कारण आमजन बेहाल नजर आ रहा था। हर दिन बादल बनते और उम्मीदों पर तुषारापात कर बिखर जाते। सोमवार को भी सुबह से ही उमस का प्रकोप शुरू हो गया। जो दिन चढ़ने के साथ-साथ बढ़ता गया। दोपहर बाद आसमान में बादल गहराने शुरू हो गए। शाम करीब पांच बजे तूफानी हवा के साथ तेज बरसात शुरू हो गई। करीब 35 मिनट तक एक ही लय से चलती रही। बारिश का जोर इतना ज्यादा था कि सड़कों पर नाले बहने लगे।
परनालों में पानी का बहाव समाया नहीं। कई इलाके तालाब बन गए। सुलभ कॉम्पलेक्स से लेकर पुराना बस स्टैण्ड तक जबरदस्त पानी का बहाव रहा। पुराना बस स्टैण्ड पर करीब साढे तीन फीट पानी का भराव रहा। कई दुकानों में पानी घुस गया। तालाब बनी सड़क से गुजरने वाले वाहन बीच रास्ते में ही अटक गए। इसी तरह शास्त्री चौक, जैन सराय के पिछवाड़े, गांधीपुरा, मालियो का निचला बास, नाहटा अस्पताल के आगे भी सड़क पानी में डूबी रही। पुलिस थाने से न्यायालय के बीच सड़क पर पानी के भराव से आवागमन मुश्किल हो गया।
नेहरू कॉलोनी में जल भराव के कारण रहवासियों की हालत खस्ता हो गई। सड़क पर कई घंटों तक पानी का भराव रहने से आवागमन मुश्किल हो गया। इस बस्ती के कई घरों में पानी घुस गया। रहवासियों को काफी मुश्किलें झेलनी पड़ी। नयापुरा इलाके में पानी में डूबी सड़क के क्रॉस नाले में एक बैल फंस गया।
इसे आधा घंटे की मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका। पुराना बस स्टेण्ड पर दुकानों व सड़क किनारे स्थित कई घरों में पानी घुस गया। नाकोड़ा सराय में भी पानी का भराव हो गया। शहर की कई निचली बस्तियों में भी तूफानी बरसात ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। बारिश के बाद मौसम खुशगवार बन गया। ठण्डी हवा चलने से ठिठुरन सताने लगी। घरों में गरमा-गरम पकवान व व्यंजन बनाए गए। बाजार में भी गर्म नमकीन व पकवानों की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़भाड़ रही। पचपदरा में करीब आधा घंटे से ज्यादा समय तक हुई झमाझम बरसात ने जनजीवन को तरबतर कर दिया। ग्रामीण इलाकों में कहीं हल्की तो कहीं तेज बरसात के समाचार है।
सिवाना . कस्बे में सोमवार दोपहर तीन बजे दस मिनट तक झमाझम बरसात ने उमस से बेहाल लोगों को राहत की सांस दी। मुख्य मार्गो पर बरसाती नालों में तेज बहाव के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी झेलनी पड़ी। आस-पास के गांवों में हल्की बरसात के समाचार है।
मोकलसर . आस-पास के गांवों में सोमवार दोपहर करीब आधा घंटे तक रिमझिम बरसात हुई। मोकलसर व मायलावास में हल्की बरसात से लोगों ने राहत की सांस ली।
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