गुरुवार, 13 सितंबर 2012

राजनीति को बाय-बाय अब बच्चों को पढ़ाएंगी पार्षद


राजनीति को बाय-बाय अब बच्चों को पढ़ाएंगी पार्षद

ग्रेड थर्ड टीचर पोस्ट पर की ज्वॉइनिंग, पार्षद पद से दिया इस्तीफा
loading... 
बाड़मेर  आमतौर पर नगर परिषद की बैठकों में वार्ड की समस्याओं को लेकर बहस करने वाली सदस्य अब चॉक-डस्टर लेकर बच्चों के भविष्य संवारने का काम करेंगी। वार्ड संख्या-28 की कांग्रेस पार्षद देवी चौधरी हाल ही में घोषित हुए तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के परिणाम में चयनित हो गईं हैं। देवी का सैकंड लेवल में सामाजिक अध्ययन के विषय में चयन हुआ है। नियुक्ति-पत्र मिलने के बाद चौधरी ने पार्षद पद से इस्तीफा नगर परिषद की सभापति उषा जैन को सौंपा।

विद्यार्थी काल से ही राजनीति में सक्रिय रहने वाली देवी चौधरी 2002-03 में एमबीसी गवर्नमेंट गल्र्स कॉलेज की छात्रसंघ अध्यक्ष बनी। इसके बाद जिला परिषद के वार्ड संख्या-18 से वह सदस्य भी निर्वाचित हुई। वर्तमान में चौधरी पार्षद के साथ ही वह बाड़मेर सहकारी उपभोक्ता होलसेल भंडार की उपाध्यक्ष भी थीं।

दोनों पदों को छोड़ा

नियमानुसार सरकारी नौकरी लेने वाले को नियुक्ति से पहले लाभ के पद को छोडऩा होता है। देवी चौधरी की नियुक्ति सिणधरी पंचायत समिति की ग्राम पंचायत चवा के राउप्रावि खरींगे की ढाणी स्कूल में हुई है। ऐसे में देवी चौधरी ने पार्षद पद से नगर परिषद की सभापति व आयुक्त को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। वहीं बाड़मेर सहकारी उपभोक्ता होलसेल भंडार के संचालक सदस्य व उपाध्यक्ष पद से इस्तीफे की चि_ी भी सहकारी विभाग को भेज दी है।
छह महीने बाद होगा उपचुनाव!

नगर निकाय अधिनियम के तहत किसी भी सदस्य के स्थान रिक्त हो जाने पर उस पद के लिए छह महीने के भीतर वापस चुनाव होना अनिवार्य है। हालांकि इसमें एक यह शर्त भी है कि पद खाली होने के बाद छह महीने से ज्यादा का कार्यकाल शेष हो। बाड़मेर में नगर निकाय के चुनाव नवंबर-2012 में हुए थे। ऐसे में अब तक दो वर्ष से भी ज्यादा कार्यकाल शेष है। अब उपचुनाव में दोनों ही पार्टियां जीत के लिए प्रयास शुरू कर देगी।



॥कॉलेज से राजनीति शुरू करने के बाद मैंने अपनी पढ़ाई जारी रखी थी। पार्षद के रूप में काम करने के दौरान सभापति सहित पूरे बोर्ड से अच्छा सहयोग मिला। अब आदर्श शिक्षक के रूप में कार्य करूंगी।ञ्जञ्ज

देवी चौधरी

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें