रविवार, 9 सितंबर 2012

आदिवासी सेक्स नेटवर्क मुम्बई तक

आदिवासी सेक्स नेटवर्क मुम्बई तक

ग्वालियर। देह व्यापार के लिए नाबालिग लड़कियों की खरीद-फरोख्त का धंधा एक बार फिर ग्वालियर-चंबल अंचल में जड़ जमाने लगा है। हाल ही में सामने आए कुछ मामलों से पुलिस के कान खड़े हो गए हैं। इस बार देह व्यापार के लिए आदिवासी गरीब परिवारों की लड़कियों को निशाना बनाया जा रहा है। प्रारंभिक पड़ताल में उजागर हुआ कि यहां आदिवासी लड़कियों के दलालों का नेटवर्क मुंबई तक पहुंच गया है। दलाल दिल्ली और नागपुर में भी सक्रिय हैं।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले बेडिया समाज यह दंश झेल चुका है। बदनापुरा में बेची गई बारह साल की किशोरी का मामला गत गुरूवार को सामने आया। इसके बाद पुरानी छावनी पुलिस ने बिखरी कडियों को जोड़ना शुरू किया तो एक सिरा मारागणेश खेरा थाना रन्नौद, कोलारस निवासी गुड्डा जाटव पर आकर टिका। गुड्डा पर शक है कि वह लड़कियों की खरीद-फरोख्त में मुख्य भूमिका निभा रहा है। इस मामले में आरोपी चंद्रकला (45) उसके पुत्र रोहित बेडिया (20) को पुलिस ने दबोच लिया है।

सीएसपी आरएस यादव ने बताया कि रोहित की पत्नी को भी थाने लाया गया था परंतु वह नाबालिग थी। पूछताछ में ये बात सामने आई कि उसने कथित पत्नी को खरीदा है। चंद्रकला व रोहित ने पुलिस को बताया कि बीते दिनों सीताराम निवासी सिगौरा बेटी को लेकर आया था। उसके साथ गुड्डा भी था। चंद्रकला, गुड्डा को लंबे समय से जानती है। इसलिए ये सौदा किया गया। सौदा 60 हजार में हुआ और आठ हजार रूपए सीताराम को दिए गए। सीताराम ने भी ये बात स्वीकार की।

पड़ताल के बाद गुड्डा जाटव सहित अन्य लोगों के नाम सामने आए हैं। आरोपियों के प्रदेश के बाहर भी नेटवर्क हैं जिनकी पड़ताल की जा रही है।
- यूसी ष्ाडंगी, आईजी, ग्वालियर रेंज

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