इससे पहले शिवराज सरकार ने लगातार कड़ा रुख अपना रखा था। लेकिन इस बारे में केंद्र सरकार के भी सक्रिय होने, आंदोलनकारियों का जनसमर्थन लगातार बढ़ने और उनके जल सत्याग्रह पर अडिग रहने के फैसले के बाद राज्य सरकार को झुकना पड़ा।
सोमवार, 10 सितंबर 2012
एमपी में 17 दिनों बाद टूटा पानी में 'सत्याग्रह
इससे पहले शिवराज सरकार ने लगातार कड़ा रुख अपना रखा था। लेकिन इस बारे में केंद्र सरकार के भी सक्रिय होने, आंदोलनकारियों का जनसमर्थन लगातार बढ़ने और उनके जल सत्याग्रह पर अडिग रहने के फैसले के बाद राज्य सरकार को झुकना पड़ा।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
भाटी जी बहुत खूब जनता यातना भुगते नेता उनकी और ध्यान न दे ये जनतंत्र में अच्छा नही क्या हालत क्र दी नेता एक घंटे पानी में नही खड़े रह सकते मानवीय भावना का न होना गलत है मानवता इन्सनियातका ध्यान रखो ना आदमी कुछ लाता नहीं कुछ ले जाता
जवाब देंहटाएं