सोमवार, 3 सितंबर 2012

हॉरर किलिंग? 16 टुकड़ों में मिली युवक की लाश

paras-bhasin 

पांडव नगर।। 6 साल पुरानी दोस्ती शादी के मंडप तक पहुंची, लेकिन लड़की के मायके वालों से इसे सीक्रेट रखा गया। लड़की के बिज़नसमैन पिता पर आरोप है कि उन्होंने लड़के को बुलाकर धमकी दी। लड़की ने शादी निबाहने से मना कर दिया। लड़के का शव रेलवे लाइन पर 16 टुकड़ों में मिला। उसके परिवार ने लड़की के घरवालों पर हत्या का इल्जाम लगाया है।

शनिवार शाम पूर्वी दिल्ली के मंडावली में रेलवे लाइन पर पारस भसीन (22) नामक युवक का शव टुकड़ों में बरामद हुआ। किसी ने उनकी मां को फोन कर खबर दी। शव का सिर नहीं मिला। उसकी पहचान कपड़ों, पैन कार्ड और हाथ के कड़े से और हाथ पर बने टैटू से की गई। पारस के फोन में सिम कार्ड नहीं था। शव मिलने की जगह के ऊपर पुल है। आनंद विहार रेलवे पुलिस ने शव को मॉर्च्युरी में रखवा दिया। सोमवार सुबह पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। डीसीपी (रेलवे) संजय भाटिया ने बताया कि शव की हालत से अनुमान है कि मौत ट्रेन की टक्कर से हुई। यह भी आशंका है कि उस वक्त पारस लेटा हुआ नहीं, बल्कि खड़ा हुआ था। इस घटना का कोई भी चश्मदीद नहीं मिला।

पारस का परिवार पश्चिमी दिल्ली के मीनाक्षी गार्डन में रहता है। उनकी बहन सुरभि ने बताया कि 6 साल पहले पारस की जान-पहचान ट्यूशन के दौरान शैली मित्तल से हुई थी। तब शैली का परिवार तिलक नगर में रहता था और अब गाजियाबाद के सूर्य नगर में रहता है। पारस और शैली ने इस साल 9 मई को यमुना विहार के आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। उस वक्त पारस के परिवारवाले मौजूद थे, लेकिन शैली के परिवारवालों को खबर नहीं दी गई थी। पारस की फैमिली के पास इस शादी का सर्टिफिकेट, फोटो और विडियो मौजूद हैं। शादी के बाद शैली मायके में रहने लगी और हफ्ते में तीन-चार दिन पारस के घर आती रहती थी। पारस के पिता संजीव भसीन प्रॉपर्टी का बिजनस करते थे। माता-पिता के अलावा परिवार में बहन सुरभि और छोटा भाई उदय हैं। वहीं शैली के पिता रीबॉक की कई फ्रैंचाइजी चलाते हैं। डीयू के पास विजय नगर में एक शोरूम की मालिक शैली बताई गई है।सुरभि ने बताया कि कुछ दिन से पारस बहुत परेशान रहने लगा था। वह न कुछ खाता था और न ही रात-रात भर न सोता था। पारस ने बताया था कि शैली दबाव में शादी से पीछे हट रही है। 29 अगस्त को शैली के पिता सतीश मित्तल ने पारस को अकेले अपने घर आने को कहा। वापस आकर वह बेहद हताश था। शैली के पिता ने शादी को न भूलने पर दिल्ली पुलिस के एक सीनियर अफसर से अपनी जान-पहचान का हवाला देकर उसका एनकाउंटर कराने की धमकी दी। इसके बाद मैंने शैली के भाई नकुल से बात की, तो उसने भी ठीक से बात नहीं की।
पारस के परिवार ने आरोप लगाया कि उसकी हत्या की गई है। सुरभि ने बताया कि शनिवार को3.30 बजे पारस घर से निकला था। कुछ लोग उसे कार में ले गए थे। इसके करीब एक घंटे बादपारस का शव मिला। सुरभि ने कहा कि उनका भाई आत्महत्या नहीं कर सकता, उसकी हत्याप्लान बनाकर की गई है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर पारस खुदकुशी करने पश्चिमी दिल्लीसे पूर्वी दिल्ली क्यों जाएगा? आरोपियों को बचाने के लिए पुलिस ठीक से जांच नहीं कर रही है।पारस का सिर न मिलने की वजह से शव का डीएनए कलेक्ट करने की भी मांग उनके परिवार नेकी है। रविवार को वे लोग शैली के घर गए, तो ताला लगाकर पूरा परिवार कहीं जा चुका था।

अनसुलझे सवाल

- भसीन पश्चिमी दिल्ली में रहता था लेकिन उसकी लाश पूर्वी दिल्ली के छोटे से इलाके में रेलवे लाइन के पास मिली। सुइसाइड करने के लिए वह इतनी दूर क्यों आएगा?

- पारस घर से शनिवार दोपहj करीब 3.30 बजे निकला था और उसके परिवार को उसकी मौत की खबर करीब 4.30 बजे एक गुमनाम फोन से मिली। अब सवाल यह है कि फोन करने वाले ने लाश को कैसे पहचाना जबकि पारस की लाश की पहचान खुद उसके घरवालों ने उसके हाथ पर बने उसकी वाइफ के नाम के टैटू से की?

- पुलिस ने पारस के परिवालों से बात क्यों नहीं की और हादसे से 36 घंटे बाद तक मामले की एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की गई खासकर तब जब परिवारवालों ने पुलिस को बता दिया था कि पारस को 3 दिन पहले लड़की के घरवालों ने बुलाकर धमकी दी थी?

- अगर यह सूइसाइड का मामला है तो लाश के इतने टुकड़े कैसे हो गए और शव का सिर कहां है?

- शव बरामद हुआ तो पैरों में जूते तो मिले, लेकिन जींस का कहीं कोई अता पता नहीं है। जींस कहां गई?

- अगर लड़की के परिवार वालों को इस रिश्ते से कोई आपत्ति नहीं थी तो लड़की पारस के साथ क्यों नहीं रह रही थी?

- अगर दोनों परिवारों में संबंध सामान्य थे तो पारस की मौत की खबर सुनकर भी लड़की के परिवारवाले पारस के घर पर क्यों नज़र नहीं आए?

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