उन्होंने कहा कि हम लगातार कह रहे हैं कि प्रदेश में युवा वर्ग और पार्टी के कार्यकर्ताओं में निराशा व कमजोरी छाई हुई है, क्योंकि कार्यकर्ताओं की कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी पार्टी को मजबूत करने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हों और राजस्थान में कांग्रेस कमजोर हो तो प्रदेश के नेतृत्व पर सवाल उठना लाजमी है। प्रदेश में कांग्रेस दिनों दिन कमजोर होती जा रही है। कांग्रेस की आज जो भी स्थिति हुई है उसके लिए राज्य सरकार की कार्यशैली, सूझबूझ की कमी, हठधर्मिता और सत्ता का केंद्रीकरण जिम्मेदार है। युवावर्ग जो मतदान बूथ की जिम्मेदारी संभालता है उसमें सरकार की कार्यशैली से घोर निराशा और नाराजगी है।
असंतुष्ट विधायक फिर सोनिया, राहुल से मिलने का समय मांगेंगे :
सोना राम ने कहा कि प्रदेश के कुछ जनप्रतिनिधि कांग्रेस की लगातार कमजोर होती स्थिति के बारे में में पहले भी आगाह कर चुके हैं। पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता होने के नाते यह हमारा फर्ज बनता है कि हम हाईकमान को वास्तविक स्थिति बताएं। जल्द ही पार्टी से जुड़े जनप्रतिनिधि और विधायक राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मिलकर प्रदेश की स्थिति के बारे में फीडबैक देंगे और राजस्थान में पार्टी की बिगड़ती स्थिति के बारे में बताएंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें