युवक को नजरबंद कर किया प्रताडित
बालोतरा। मूलजी की ढाणी गांव के एक युवक को मजदूरी के बहाने कर्नाटक ले जाकर नजरबंद, प्रताडित करने तथा अंग भंग करने के बाद षड़यंत्रपूर्वक गुजरात के सूरत शहर में छोड़ने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस घटना को लेकर मंगलवार को परिजन व जाट समाज के लोग पीडित युवक को बेसुध हालत में साथ लेकर पचपदरा थाने पहुंचे। युवक की गंभीर स्थिति के चलते उसे जोधपुर रेफर किया गया है। पीडित के पिता आसूराम पुत्र बालाराम की रिपोर्ट पर पुलिस ने नरेन्द्र पुत्र गौतम कांकरिया निवासी बालोतरा के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
मूलजी की ढाणी निवासी आसूराम ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसके पुत्र मोतीराम को मजदूरी के लिए 5 जुलाई को कांकरिया टेक्सटाइल मिल्स के मालिक नरेन्द्र पुत्र गौतमचंद कांकरिया अर्णाकुलम में मेरीको मिल्स इण्डस्ट्रीज लेकर गया था। बीस दिन बाद उसने फोन किया तो बताया कि मोती कार्यवश बाहर गया है। कई बार कोशिश के बाद उससे बात करवाई गई। मोती ने अपने पिता को फोन पर बताया कि सेठ उसे मारपीट कर प्रताडित कर रहा है तथा रात के वक्त कमरे में बंद कर दिया जाता है, उसे जान का खतरा है।
इस घटना के बाद उसकी कोई खबर नहीं मिली। 31 जुलाई को गणपतसिंह पुत्र हनुमानसिंह निवासी होटलू ने फोन पर सूचना दी कि सूरत रेलवे स्टेशन से मोती गायब हो गया है। जीआरपी थाने जाकर सीसी टीवी कैमरे के फुटेज भी देखे। लेकिन मोती कहीं नजर नहीं आया। 6 अगस्त को दो जने मोटर साईकिल पर सवार होकर आए और उन्होंने दो मोबाइल नंबर देते हुए कहा कि इन नंबरों पर बात कर लेना मोती इनके पास है। मोबाइल पर बात करने पर प्रदीप नामक व्यक्ति ने बताया कि सूरत में मीसम हॉस्पिटल के आगे अपने किसी परिचित या रिश्तेदार को भेज दो मैं मोती को उसे सुपुर्द कर दूंगा। इस पर परिचित मोटाराम व करनाराम को फोन पर बताए गए पते पर भेजा गया तो मोती बेसुध व घायल अवस्था में दीवार के सहारे बैठा पाया गया।
कोहनी के पास से उसका दांया हाथ कटा हुआ था तथा मानसिक संतुलन बिगड़ गया था। अस्पताल मे उपचार करवाकर उसे गांव लेकर आए। पीडित के पिता ने नरेन्द्र पर साजिश रचकर प्रताडित करने व उसका अंग भंग करने का आरोप लगाया। इस घटना को लेकर मंगलवार को पीडित के परिजन व जाट समाज के लोग पचपदरा थाने पहुंचे।
बीसीसीबी के अध्यक्ष डूंगरराम काकड़, घमंडाराम धतरवाल, वीर तेजाजी युवा संगठन के संरक्षक खींयाराम चौधरी, चौखाराम गोरसिया, मजदूर हक किसान संघर्ष समिति के विरधाराम काकड़ व भैराराम, पूर्व उपसरपंच भंवरसिंह खाराबेरा सहित बड़ी संख्या में मौजूद ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए नामजद आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने तथा युवक के परिजनों को आजीवन भरण-पोषण के लिए मुआवजे की मांग की।
बालोतरा। मूलजी की ढाणी गांव के एक युवक को मजदूरी के बहाने कर्नाटक ले जाकर नजरबंद, प्रताडित करने तथा अंग भंग करने के बाद षड़यंत्रपूर्वक गुजरात के सूरत शहर में छोड़ने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस घटना को लेकर मंगलवार को परिजन व जाट समाज के लोग पीडित युवक को बेसुध हालत में साथ लेकर पचपदरा थाने पहुंचे। युवक की गंभीर स्थिति के चलते उसे जोधपुर रेफर किया गया है। पीडित के पिता आसूराम पुत्र बालाराम की रिपोर्ट पर पुलिस ने नरेन्द्र पुत्र गौतम कांकरिया निवासी बालोतरा के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
मूलजी की ढाणी निवासी आसूराम ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसके पुत्र मोतीराम को मजदूरी के लिए 5 जुलाई को कांकरिया टेक्सटाइल मिल्स के मालिक नरेन्द्र पुत्र गौतमचंद कांकरिया अर्णाकुलम में मेरीको मिल्स इण्डस्ट्रीज लेकर गया था। बीस दिन बाद उसने फोन किया तो बताया कि मोती कार्यवश बाहर गया है। कई बार कोशिश के बाद उससे बात करवाई गई। मोती ने अपने पिता को फोन पर बताया कि सेठ उसे मारपीट कर प्रताडित कर रहा है तथा रात के वक्त कमरे में बंद कर दिया जाता है, उसे जान का खतरा है।
इस घटना के बाद उसकी कोई खबर नहीं मिली। 31 जुलाई को गणपतसिंह पुत्र हनुमानसिंह निवासी होटलू ने फोन पर सूचना दी कि सूरत रेलवे स्टेशन से मोती गायब हो गया है। जीआरपी थाने जाकर सीसी टीवी कैमरे के फुटेज भी देखे। लेकिन मोती कहीं नजर नहीं आया। 6 अगस्त को दो जने मोटर साईकिल पर सवार होकर आए और उन्होंने दो मोबाइल नंबर देते हुए कहा कि इन नंबरों पर बात कर लेना मोती इनके पास है। मोबाइल पर बात करने पर प्रदीप नामक व्यक्ति ने बताया कि सूरत में मीसम हॉस्पिटल के आगे अपने किसी परिचित या रिश्तेदार को भेज दो मैं मोती को उसे सुपुर्द कर दूंगा। इस पर परिचित मोटाराम व करनाराम को फोन पर बताए गए पते पर भेजा गया तो मोती बेसुध व घायल अवस्था में दीवार के सहारे बैठा पाया गया।
कोहनी के पास से उसका दांया हाथ कटा हुआ था तथा मानसिक संतुलन बिगड़ गया था। अस्पताल मे उपचार करवाकर उसे गांव लेकर आए। पीडित के पिता ने नरेन्द्र पर साजिश रचकर प्रताडित करने व उसका अंग भंग करने का आरोप लगाया। इस घटना को लेकर मंगलवार को पीडित के परिजन व जाट समाज के लोग पचपदरा थाने पहुंचे।
बीसीसीबी के अध्यक्ष डूंगरराम काकड़, घमंडाराम धतरवाल, वीर तेजाजी युवा संगठन के संरक्षक खींयाराम चौधरी, चौखाराम गोरसिया, मजदूर हक किसान संघर्ष समिति के विरधाराम काकड़ व भैराराम, पूर्व उपसरपंच भंवरसिंह खाराबेरा सहित बड़ी संख्या में मौजूद ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए नामजद आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने तथा युवक के परिजनों को आजीवन भरण-पोषण के लिए मुआवजे की मांग की।
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