गुरुवार, 9 अगस्त 2012

केयर्न इंडिया के सीईओ सहित शीर्ष प्रबंधन ने दिया इस्तीफा

Rahul Dhir quits as CMD of Cairn India 

एक आश्चर्यजनक घटनाक्रम में केयर्न इंडिया के सीईओ और एमडी राहुल धीर सहित शीर्ष प्रबंधन ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया है। धीर वर्ष 2006 से इस पद पर तैनात थे। उन्हें कंपनी का चेहरा माना जाने लगा था। अनिवासी भारतीय अरबपति अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांत समूह द्वारा केयर्न इंडिया का अधिग्रहण करने के आठ महीने बाद ही उनके सामने कंपनी छोड़ने की नौबत आ गई। जबकि सरकार ने इस सौदे को मंजूरी देते समय वेदांत के सामने यह शर्त रखी थी कि पूरे प्रबंधन को तीन साल तक बनाए रखा जाएगा। कंपनी के निदेशक [रणनीति व बिजनेस सर्विस] पी एलांगो को अंतरिम सीईओ नियुक्त किया गया है।

केयर्न इंडिया की ओर से बुधवार को एक बयान जारी कर वरिष्ठ अधिकारियों के इस्तीफे की जानकारी दी गई है। धीर का इस्तीफा 31 अगस्त, 2012 से प्रभावी होगा। कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी [सीओओ] व कार्यकारी निदेशक रिक बॉट और मुख्य वित्त अधिकारी [सीएफओ] व कार्यकारी निदेशक इंद्रजीत बनर्जी के भी इस्तीफे की घोषणा की गई है। इनका इस्तीफा पिछली तारीख से प्रभावी माना जाएगा। केयर्न इंडिया ने इन अधिकारियों के कंपनी छोड़ने का कारण नहीं बताया है। अभी यह भी स्पष्ट नहीं है कि धीर के कंपनी छोड़ने से अधिग्रहण की शर्तो का उल्लंघन हुआ है या नहीं। हाल ही में कंपनी के निदेशक [उत्खनन व नए उपक्रम] डेविड जिंजर ने भी कंपनी छोड़ने की घोषणा की थी।

केयर्न इंडिया की पूर्व प्रवर्तक ब्रिटेन की केयर्न एनर्जी ने इसे भारतीय कंपनी का स्वरूप देने के लिए ही इसे वर्ष 2007 में घरेलू शेयर बाजार में सूचीबद्ध कराया था। इसमें धीर की अहम भूमिका रही थी। उन्हीं के नेतृत्व में कंपनी ने राजस्थान तेल ब्लॉक से उत्पादन शुरू किया।

कंपनी के बयान में कहा गया है कि धीर के उत्तराधिकारी की तलाश जारी है। इसकी घोषणा जल्द ही की जाएगी। साथ ही सीएफओ के पद पर सुधीर माथुर की नियुक्ति भी जल्द ही किए जाने की उम्मीद है। माथुर फिलहाल टेलीकॉम कंपनी एयरसेल से सीएफओ हैं। केयर्न इंडिया के चेयरमैन नवीन अग्रवाल ने राहुल धीर को बेहतर भविष्य की शुभकामना देते हुए कहा है कि उनके नेतृत्व में कंपनी ने कारोबार और प्रतिस्पर्धा की ऊंचाइयों को छुआ है।

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