रविवार, 19 अगस्त 2012

झारखंड: मंत्री की 'पत्‍नी' पर पूर्व पति ने ठोंका दावा

दुमका. झारखंड के कृषि मंत्री सत्यानंद झा बाटुल और सोनी देवी प्रकरण में नया मोड़ आ गया है। बाटुल की पत्नी होने के सोनी देवी के दावे को गलत बताते हुए भूपेन चौधरी ने शनिवार को कहा कि सोनी मंत्री की नहीं, मेरी पत्नी है। उसके राशन कार्ड और मतदाता पहचान पत्र में पति के कॉलम में मेरा नाम लिखा है। भूपेन ने यह भी कहा कि विशाल मेरा बेटा है। यह सच्चाई बताने के लिए मैं डीएनए टेस्ट कराने के लिए भी तैयार हूं। सोनी देवी का कहना है कि भूपेन से वह दशकों पहले नाता तोड़ चुकी हैं। मंत्रीजी को बचाने के लिए उनके दबाव में भूपेन ऐसी बातें कह रहे हैं।


भूपेन का कहना है कि सोनी को उसका सौतेला भाई संतोष चौधरी बहला-फुसलाकर कहीं ले गया है। इस संबंध में फतेहपुर थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी। इससे पहले सोनी पत्नी के रूप में मेरे साथ रहती थी। मेरा घर जामताड़ा जिले के जोरी प्रखंड के करजोरी गांव में है। बेटा विशाल आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ता था। वहां उसके पिता के नाम की जगह भी भूपेन चौधरी ही लिखा है। संतोष अब मुझे, मेरी पत्नी और मंत्री को बदनाम करने के लिए ऐसी साजिश रच रहा है।


लेकिन सोनी देवी ने भूपेन चौधरी की पत्नी होने की बात को सिरे से खारिज कर दिया है। शनिवार को मीडिया से सोनी ने कहा कि भूपेन से हमारा कोई नाता नहीं है। वर्ष 1992 में मेंरी शादी भूपेन चौधरी से हुई थी, लेकिन बाद में हम अलग हो गए। भूपेन से संबंध तोड़े हुए कई साल बीत गए हैं। उससे पूरी तरह अलग होने के बाद ही मैंने कृषि मंत्री सत्यानंद झा बाटुल से विवाह किया।


सोनी ने यह आरोप भी लगाया कि भूपेन चौधरी को मंत्री बाटुल झा बहका रहे हैं, ताकि सच्चाई सामने न आ सके। सोनी ने कहा कि मंत्री का भाई शनिवार को भूपेन को जबरन मोटरसाइकिल पर बैठाकर कहीं ले गया और जान से मारने की धमकी दे रहा है। मंत्री के दबाव में आकर ही भूपेन उसे पत्नी मान रहा है और उसके खिलाफ ऐसा बयान दे रहा है।

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