रविवार, 26 अगस्त 2012

बाड़मेर लिफ्ट वसुन्धरा राजे सरकार की देन


बाड़मेर लिफ्ट वसुन्धरा राजे सरकार की देन
गडरा तक नहर निर्माण कार्य अति शीघ्र चालू करने की मांग

सोनिया गांधी का बाड़मेर से कोई विशोष लगाव नहीं रहा

बाड़मेर नगर तथा शिव क्षेत्र सहित आसपास के गॉवों में हिमालय का पानी पहुचाने के मामले में कांगे्रसी नेताओं में श्रेय लेने की होड़ लगी हुई है। उटपटांग बयान दिये जा रहे है। वास्तव में इस महती योजना के निर्माण तथा इसके लिए 668.85 करोड़ रूपये का बजट में वित्तीय प्रावधान श्रीमती वसुन्धराराजे सरकार ने अपने 2008 में विधानसभा में प्रस्तुत किये बजट में किया था जिसके कारण यह योजना शुरू हो सकी तथा इसका शिलान्यास भी स्वयं श्रीमती वसुन्धराराजे ने अपने कर कमलों से किया। शिव के पूर्व विधायक डॉ. जालमसिंह रावलोत ने आरोप लगाया कि इस योजना के तहत वित्तीय व्यवस्था हो जाने के बावजूद भी वर्तमान सरकार की धोर लापरवाही के कारण बाड़मेर की जनता को तीन साल तक तरसाया जिसकी सरकार को जनता से माफी मागनी चाहिए।

डॉ. रावलोत ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री का यह कहना कि मैने 2003 में बाड़मेंर में लिफ्ट केनाल के लिए मोहनग एवं बाड़मेर में शिलान्यास किया था, वास्तव में केवल शिलान्यास के पत्थर लगाये थे एक रूपये का भी वित्तीय प्रावधान नहीं किया अन्यथा यह योजना 2005 में ही पूरी होती। वह वास्तव इस योजना के प्रति लगाव रखते तो वह 2003 से 2008 तक विधानसभा का सदस्य होने के बावजूद भी इस महती योजना के बारे में एक शब्द भी नहीं बोले।

डॉ. रावलोत ने कहा कि सन 1957 से जब इन्दिरा गांधी नहर निर्माण की योजना बनी, तभी से निश्चित हो गया था कि इस नहर का निर्माण कार्य गडरा रोड़ तक किया जायेगा। पिछले कई वर्षो से इसका निर्माण कार्य बंद है। बहाना डेजर्ट नेशनल पार्क का लिया जाता है जो सरासर गलत है, वास्तव में सरकार की स्वयं दृ इच्छा शक्ति नही है कि नहर को गडरा तक ले जाया सके।

डॉ. रावलोत ने कहा कि गडरारोड़ उप तहसील, रामसर तहसील तथा बिजराड़ आर.आई. सर्कल के करीब 350 गॉवों में पीने के पानी की त्राही त्राही मची हुई है तथा राज्य सरकार एवं कांग्रेसी नेताओं को इसकी कोई चिन्ता नहीं है।

डॉ. रावलोत ने बताया कि दो वर्ष पहले जैसलमेर के जिला कलेक्टर श्री कुशवाह ने गडरा तक नहर का निर्माण चालू करने के लिए डी.एन.पी. एरिया के उस पर का प्रस्ताव राज्य सरकार को प्रेषित किया था जिस पर राज्य सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया।

डॉ. रावलोत ने कहा कि वास्तव में श्रीमती सोनिया गांधी या कांग्रेसी नेताओं का बाड़मेंर से लगाव है तो गडरा रोड़ तक नहर निर्माण कार्य शीघ्र प्रारम्भ करे।

डॉ. रावलोत ने मांग की डी.एन.पी. क्षेत्र के करीब 80 गांव में विकास के सारे काम बन्द पड़े है तथा नरेगा के तहत रोजगार तक नही मिल रहा है पिछली बार के सरकार के अध्ययन दल की रिपोर्ट पर राज्य व केन्द्र सरकार ने कोई ध्यान नही दिया।

डॉ. रावलोत ने मांग की यदि कांग्रेसी नेताओं का बाड़मेर से लगाव है तो डी.एन.पी. क्षेत्र के लोगों की समस्याओं का हल करे एवम विकास कार्य करवावे।

डॉ. रावलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री से श्री गहलोत का यह कहना कि श्रीमती सोनिया गांधी का बाड़मेर से विशेष लगाव है? इतिहास यह बताता है कि श्रीमती गांधी ने बाड़मेर के लिए कुछ विशेष नहीं किया। बा के समय मलवा एवं कवास आई थी लोगो के विरोध का सामना करना पड़ा क्योंकि उस समय केन्द्र की कांग्रेस सरकार ने केवल 100 करोड़ दिये जबकि जरूरत 3200 करोड़ की थी।

यदि श्रीमती गांधी का लगाव होता तो डी.एन.पी. क्षेत्र की समस्या का हल करती तथा गडरारोड़ तक निर्माण कार्य पूर्ण होता तथा रिफाईनरी के नाम पर बयानबाजी हो रही है कोई ठोस काम नही हो रहा है।

पूर्व विधायक ने बाड़मेर की जनता को भरोसा दिया कि चुनाव के बाद राज्य एवं केन्द्र में भाजपा की सरकार बनेगी तथा रिफाईनरी बाडमेर में ही लगेगी।

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