पुलिस ने गीतिका की डायरी लैपटॉप और मोबाइल फोन भी फोरेंसिक जांच के लिए सीज कर लिया है। पुलिस ने सोमवार को गीतिका के परिजनों के बयान भी रिकार्ड किए। इसी बीच सोमवार को पुलिस कांडा के गुड़गांव स्थित आवास पर भी पहुंची।
इस बीच हरियाणा में फिजा की मौत के रूप में एक और 'लव, मर्डर, मिस्ट्री' सामने आई है। पुलिस इसकी गुत्थी सुलझाने में भी लग गई है। इस मामले से हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीम चंद्रमोहन का नाम जुड़ा है, जबकि गीतिका का मामला भी प्रथम दृष्टया सत्ता के नशा के आगे लड़की की जान से खेलने का लगता है। गीतिका ने सुसाइड नोट
में जिस कांडा का नाम लिया है, वह जूतों की दुकान से एयरलाइंस कंपनी के मालिक तक का सफर तय कर राजनीति में रसूख बनाने वाले शख्स हैं महज 23 साल की उम्र में आसमान की बुलंदियों को छू चुकी गीतिका शनिवार देर रात इस तरह मौत की गोद में सो जाएगी इसकी कल्पना शायद परिवार में किसी ने नहीं की थी। गीतिका ने एक आम लड़की की तरह बड़े-बड़े सपने देखे थे।सपनों को साकार करने में वह तकरीबन कामयाब भी रही, लेकिन हरियाणा के कद्दावर नेता गोपाल गोयल कांडा के गीतिका की जिंदगी में आने के बाद से ही धीरे-धीरे उसकी जिंदगी तबाह होती चली गई और अंतत: उसने मौत को गले लगाना ही उचित समझा। चचेरी बहन की मौत से गमगीन गौरव बताते हैं कि स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद गीतिका ने एयर होस्टेस बनने का सपना देखा। इसके लिए उसने मेहनत भी की। एयर होस्टेस का कोर्स पूरा करने के बाद गीतिका को एक नामी एयरलाइंस कंपनी में नौकरी भी मिल गई। सपनों को साकार होता देख गीतिका बेहद खुश थी, लेकिन यह खुशी उसकी जिंदगी में ज्यादा दिन तक नहीं टिक सकी। कुछ समय तक नौकरी करने के बाद उसने गोपाल गोयल कांडा की कंपनी एमडीएलआर ज्वाइन कर ली।
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