अजमेर.जिला पुलिस की स्पेशल टीम ने शुक्रवार को फॉयसागर रोड स्थित प्रेमनगर टीचर्स कॉलोनी में एक मकान में दबिश देकर सेक्स रैकेट का पर्दाफाश कर दिया। मौके से मुंबई व कोलकाता की 4 कॉलगर्ल व एक दलाल को गिरफ्तार किया गया। गंज थाना पुलिस ने आरोपी युवतियों के खिलाफ पीटा एक्ट में कार्रवाई की है।
पुलिस के मुताबिक मुंबई स्थित मलाड निवासी प्रवीना शेख (30) पुत्री अब्दुल रशीद, आयशा (28) पत्नी शमशुद्दीन, कोलकाता स्थित सियालदाह निवासी सपना (20) पत्नी टोपन व मंजू बंगाली (27) पत्नी शंकर को पीटा एक्ट में गिरफ्तार किया गया। मौके से नागौर स्थित हरनावा निवासी हाल किशनगढ़ स्थित राजारेडी निवासी राकेश मेघवाल (25) पुत्र घासीराम को भी गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों से 3 बाइक व एक कार बरामद की गई है। जांच में सामने आया कि मकराना निवासी विजय सोनी, नानू और राकेश तीनों मिलकर विगत तीन माह से शहर में सेक्स रैकेट चला रहे हैं। विजय सोनी मुंबई सहित अन्य शहरों से युवतियों को यहां लाकर सप्लाई करता है। नानू व राकेश इन्हें ग्राहकों तक पहुंचाकर रुपयों की वसूली करते हैं। इस मामले में पुलिस ने विजय व नानू को फरार होना बताया है।
बोगस ग्राहक बनकर धरा
एसपी राजेश मीणा को मुखबिर ने सूचना दी थी कि टीचर्स कॉलोनी में दो मकानों में कुछ युवक सेक्स रैकेट का संचालन कर रहे हैं। सूचना पर सीओ दरगाह विष्णुदेव सामतानी के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई। टीम में स्पेशल टीम के एएसआई विजयसिंह, हैड कांस्टेबल अनिल जाखड़, सतपाल सिंह, गोपाल सिंह, कांस्टेबल लीलाराम सहित महिला कांस्टेबलों को शामिल किया गया।
सीओ के दिशा निर्देशों पर हैड कांस्टेबल अनिल जाखड़, सतपाल और गोपालसिंह बोगस ग्राहक बनकर वहां पहुंचे। 500-500 रुपए में सौदा तय होते ही बाहर खड़ी टीम को इशारा कर दिया गया। टीम ने दबिश देकर चारों कालगर्ल व दलाल को धर दबोचा। पुलिस कार्रवाई की भनक लगते ही विजय व नानू फरार हो गए।
हर हफ्ते बदलती थीं कॉलगर्ल
पुलिस जांच में सामने आया कि विजय सोनी मुंबई सहित अन्य शहरों से 10000 रुपए में सप्ताहभर के लिए कॉलगर्ल को यहां किराए पर लाता था। सप्ताह पूरा होते ही दूसरी कॉलगर्ल यहां लाई जाती थीं। सोनी ने यहां प्रेमनगर स्थित टीचर्स कॉलोनी में दो मकान किराए से ले रखे थे। एक मकान में वह खुद रहता था।
जबकि दूसरे में राकेश व नानू कॉलगर्ल के साथ रहते थे। मोबाइल फोन के जरिए ग्राहकों से सौदेबाजी की जाती थी। ग्राहक तक कॉलगर्ल पहुंचाने के लिए बाइक व कार का इस्तेमाल किया जाता। आरोपी विजय सोनी पूर्व में कोतवाली थाना पुलिस की गिरफ्त में फंस चुका है। उस समय 11 युवतियां उसके साथ पकड़ी गई थीं।
कॉल डीटेल में हैं सफेदपोश!
आरोपियों से बरामद मोबाइल फोन की कॉल डीटेल निकलवाई जा रही है। पुलिस ने आशंका जाहिर की है कि कॉल डीटेल में सफेदपोशों के नाम सामने आएंगे। आरोपी विजय कॉलगर्ल की सप्लाई किशनगढ़, पुष्कर, नसीराबाद और मकराना में भी करता था।
तीन दिन पूर्व ही मकराना के निकट एक कॉलगर्ल लोगों के हत्थे चढ़ गई थी। मौके पर पुलिस पहुंची तो दलाल ने खुद को कॉलगर्ल का पिता बताकर गुमराह कर वहां से रवानगी ले ली। इधर, आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि प्रति ग्राहक 500 रुपए से 5000 रुपए तक सौदा तय किया जाता था।
'मुंबई व कोलकाता की चार कॉलगर्ल को पीटा एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया। ग्राहकों से संपर्क कर उन्हें कॉलगर्ल मुहैया कराने वाले दलाल को भी इस मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।’
विष्णुदेव सामतानी, सीओ, दरगाह सर्किल
कार में करवाते थे अय्याशी
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी विजय, नानू व राकेश मेघवाल तीनों कई जगहों पर कार में कालगर्ल मुहैया करवा चुके हैं। कार को सुनसान इलाकों में ले जाकर अय्याशी की जाती थी। इसके लिए ग्राहकों से मोटी रकम वसूली जाती। आरोपी जिस कार का उपयोग करते उसके पिछले हिस्से में डनलप के गद्दे तक लगे हैं। कार में ही ग्राहकों को शराब भी मुहैया करवाई जाती थी।
पुलिस वैरिफिकेशन के बाद रखें किरायेदार
आरोपी विजय सोनी पूर्व में इसी मामले में पकड़ा जा चुका है। उसे किराये पर मकान देने वाले लोग यदि प्रारंभ में ही पुलिस वैरिफिकेशन करवा लेते तो यह नौबत नहीं आती। पुलिस उन्हें विजय की हरकतों से अवगत करा देती।
जिला पुलिस के आला अधिकारी कई बार सीएलजी बैठकों में किरायेदारों का पुलिस वैरिफिकेशन करवाने की बात कह चुके हैं लेकिन लोग इसका पालन नहीं कर रहे हैं। इससे पूर्व भी कई मामले ऐसे उजागर हो चुके हैं जिनमें किरायेदार द्वारा किए गए घिनौने कृत्यों से मकान मालिकों को शर्मिदा होना पड़ा।
पुलिस के मुताबिक मुंबई स्थित मलाड निवासी प्रवीना शेख (30) पुत्री अब्दुल रशीद, आयशा (28) पत्नी शमशुद्दीन, कोलकाता स्थित सियालदाह निवासी सपना (20) पत्नी टोपन व मंजू बंगाली (27) पत्नी शंकर को पीटा एक्ट में गिरफ्तार किया गया। मौके से नागौर स्थित हरनावा निवासी हाल किशनगढ़ स्थित राजारेडी निवासी राकेश मेघवाल (25) पुत्र घासीराम को भी गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों से 3 बाइक व एक कार बरामद की गई है। जांच में सामने आया कि मकराना निवासी विजय सोनी, नानू और राकेश तीनों मिलकर विगत तीन माह से शहर में सेक्स रैकेट चला रहे हैं। विजय सोनी मुंबई सहित अन्य शहरों से युवतियों को यहां लाकर सप्लाई करता है। नानू व राकेश इन्हें ग्राहकों तक पहुंचाकर रुपयों की वसूली करते हैं। इस मामले में पुलिस ने विजय व नानू को फरार होना बताया है।
बोगस ग्राहक बनकर धरा
एसपी राजेश मीणा को मुखबिर ने सूचना दी थी कि टीचर्स कॉलोनी में दो मकानों में कुछ युवक सेक्स रैकेट का संचालन कर रहे हैं। सूचना पर सीओ दरगाह विष्णुदेव सामतानी के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई। टीम में स्पेशल टीम के एएसआई विजयसिंह, हैड कांस्टेबल अनिल जाखड़, सतपाल सिंह, गोपाल सिंह, कांस्टेबल लीलाराम सहित महिला कांस्टेबलों को शामिल किया गया।
सीओ के दिशा निर्देशों पर हैड कांस्टेबल अनिल जाखड़, सतपाल और गोपालसिंह बोगस ग्राहक बनकर वहां पहुंचे। 500-500 रुपए में सौदा तय होते ही बाहर खड़ी टीम को इशारा कर दिया गया। टीम ने दबिश देकर चारों कालगर्ल व दलाल को धर दबोचा। पुलिस कार्रवाई की भनक लगते ही विजय व नानू फरार हो गए।
हर हफ्ते बदलती थीं कॉलगर्ल
पुलिस जांच में सामने आया कि विजय सोनी मुंबई सहित अन्य शहरों से 10000 रुपए में सप्ताहभर के लिए कॉलगर्ल को यहां किराए पर लाता था। सप्ताह पूरा होते ही दूसरी कॉलगर्ल यहां लाई जाती थीं। सोनी ने यहां प्रेमनगर स्थित टीचर्स कॉलोनी में दो मकान किराए से ले रखे थे। एक मकान में वह खुद रहता था।
जबकि दूसरे में राकेश व नानू कॉलगर्ल के साथ रहते थे। मोबाइल फोन के जरिए ग्राहकों से सौदेबाजी की जाती थी। ग्राहक तक कॉलगर्ल पहुंचाने के लिए बाइक व कार का इस्तेमाल किया जाता। आरोपी विजय सोनी पूर्व में कोतवाली थाना पुलिस की गिरफ्त में फंस चुका है। उस समय 11 युवतियां उसके साथ पकड़ी गई थीं।
कॉल डीटेल में हैं सफेदपोश!
आरोपियों से बरामद मोबाइल फोन की कॉल डीटेल निकलवाई जा रही है। पुलिस ने आशंका जाहिर की है कि कॉल डीटेल में सफेदपोशों के नाम सामने आएंगे। आरोपी विजय कॉलगर्ल की सप्लाई किशनगढ़, पुष्कर, नसीराबाद और मकराना में भी करता था।
तीन दिन पूर्व ही मकराना के निकट एक कॉलगर्ल लोगों के हत्थे चढ़ गई थी। मौके पर पुलिस पहुंची तो दलाल ने खुद को कॉलगर्ल का पिता बताकर गुमराह कर वहां से रवानगी ले ली। इधर, आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि प्रति ग्राहक 500 रुपए से 5000 रुपए तक सौदा तय किया जाता था।
'मुंबई व कोलकाता की चार कॉलगर्ल को पीटा एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया। ग्राहकों से संपर्क कर उन्हें कॉलगर्ल मुहैया कराने वाले दलाल को भी इस मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।’
विष्णुदेव सामतानी, सीओ, दरगाह सर्किल
कार में करवाते थे अय्याशी
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी विजय, नानू व राकेश मेघवाल तीनों कई जगहों पर कार में कालगर्ल मुहैया करवा चुके हैं। कार को सुनसान इलाकों में ले जाकर अय्याशी की जाती थी। इसके लिए ग्राहकों से मोटी रकम वसूली जाती। आरोपी जिस कार का उपयोग करते उसके पिछले हिस्से में डनलप के गद्दे तक लगे हैं। कार में ही ग्राहकों को शराब भी मुहैया करवाई जाती थी।
पुलिस वैरिफिकेशन के बाद रखें किरायेदार
आरोपी विजय सोनी पूर्व में इसी मामले में पकड़ा जा चुका है। उसे किराये पर मकान देने वाले लोग यदि प्रारंभ में ही पुलिस वैरिफिकेशन करवा लेते तो यह नौबत नहीं आती। पुलिस उन्हें विजय की हरकतों से अवगत करा देती।
जिला पुलिस के आला अधिकारी कई बार सीएलजी बैठकों में किरायेदारों का पुलिस वैरिफिकेशन करवाने की बात कह चुके हैं लेकिन लोग इसका पालन नहीं कर रहे हैं। इससे पूर्व भी कई मामले ऐसे उजागर हो चुके हैं जिनमें किरायेदार द्वारा किए गए घिनौने कृत्यों से मकान मालिकों को शर्मिदा होना पड़ा।
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