उधर, घटना के चार दिन बाद भी जांच की बात कहते हुए पुलिस महकमे के आला अधिकारियों ने किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। नंदा की सहेली करीब आठ महीने पहले घर से भाग गई थी और संदेह करते हुए पुलिस उसे परेशान कर रही थी।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि नंदा को पूछताछ के नाम पर पुलिस द्वारा परेशान करने की शिकायत की जांच आईपीएस अधिकारी एसीपी प्रतापनगर कुंवर राष्ट्रदीप को सौंपी है। यह प्रकरण सामने आने के बाद अधिकारियों ने एसीपी (पश्चिम) प्रीति जैन को इस प्रकरण की जांच सौंपी थी, लेकिन इसी दौरान नंदा की मौत हो गई। परिजनों की मांग पर जांच बदल दी गई।
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