नई दिल्ली. टीम अन्ना के मंच से अब यह साफ हो गया है कि टीम राजनीति में उतरेगी। अरविंद केजरीवाल ने यह स्पष्ट कर दिया कि वो राजनीति में उतरेंगे और देश को नया राजनीतिक विकल्प देंगे। अन्ना हजारे और उनकी टीम का अनशन समाप्त हो गया है। पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने टीम का अनशन समाप्त करवाया।
पार्टी बनाने के फैसले पर मुहर लगाते हुए अन्ना हजारे ने कहा, '1975 में मैं सेना से वापस आ गया। आज 35 साल हो गए और यह लड़ाई जारी है। इस लड़ाई में 400 से ज्यादा भ्रष्ट अफसर घर चले गए। व्यस्था परिवर्तन हो, सिस्टम हो इसलिए यह लड़ाई है। मैंने निर्णय लिया था कि मैं कोई पक्ष और पार्टी नहीं निकालूंगा, मैं इलेक्शन नहीं लड़ूंगा लेकिन देश की जनता के लिए मैं राजी हो गया हूं क्योंकि वीके सिंह और देश के बड़े और वरिष्ठ लोगों ने मुझसे अपील की। इसी कारण हमने अनशन छोडऩे का निर्णय लिया है। अभी मैंने यह तय किया है कि लोगों को राजनीतिक विकल्प देने के लिए पूरे देश में मैं घूमता रहूंगा। जनता अगर जाग गई तो मुझे विश्वास है कि जरूर जनता विकल्प के बारे में सोचेगी और गद्दार लोगों को घर भेज देगी।'
वहीं दो महीने पहले ही सेना प्रमुख के पद से रिटायर हुए जनरल वीके सिंह ने अन्ना को राजनीति में उतरने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आज देश में 1975 जैसे हालात हैं। इसे बदलने के लिए जरूरी है कि स्वच्छ छवि के लोग राजनीति में आएं। सिंह ने कहा, 'ऐसे में आपके (जनता) माध्यम से अन्ना जी ने राजनीति में उतरने की हमारी अपील मानी है, इसके लिए शुक्रिया। हमने ये अपील की कि ये आंदोलन ठीक है लेकिन आपको एक और बड़ा आंदोलन करना है। वो आंदोलन है राजनीति को बदलने का, एक ऐसा राजनीतिक विकल्प रखना जिसमें सही लोकतंत्र जनता के सामने आए।'
आज देश में बहुत समस्याएं हैं जिनमें सबसे बड़ी समस्या भ्रष्टाचार है। अनुसाशन और प्रशासन कमजोर हो रहा है, महंगाई लोगों की कमर तोड़ रही है। ऐसा लग रहा है शायद हम दिशाहीन हो गए हैं। उन्होंने कहा कि आपदा के समय सेना काफी अच्छा काम करती है तो सरकार क्यों नहीं कर सकती। उन्होंने जंतर मंतर पर जुटी जनता को संबोधित करते हुए कहा कि जो जज्बा सेना के पास है, वही आपके पास भी है। इसलिए आप चाहें तो तस्वीर बदल सकती है।
इससे पहले टीम अन्ना के सदस्य गोपाल राय और योगेंद्र यादव ने भी चुनावी राजनीति में उतरने की खुली वकालत की है। उनका कहना है कि 2014 में उनके लोग चुनाव जीत कर आएंगे तो मौजूदा सरकार के सभी 15 'भ्रष्ट मंत्री' जेल में होंगे।
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