मायड़ भाषा की मान्यता के लिए अभियान
कजळी तीज के मौके पर आयोजित हुए मेले में मायड़ भाषा राजस्थानी को संवैधानिक मान्यता व अध्यापक पात्रता परीक्षा में शामिल करने की मांग को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के तत्वावधान में मोटिया परिषद व छात्र परिषद के सदस्यों ने मेले में आने वालों को दस्तखत करने के लिए प्रेरित किया। मोटिया परिषद के जिला पाटवी रघुवीरसिंह तालोरा व छात्र परिषद के जिलाध्यक्ष अशोक सराला ने अभियान की जानकारी देते हुए रानी कर्मवती, मीरा बाई व पद्मावती के जीवन से प्रेरणा लेकर मातृ शक्ति को अभियान से जुडऩे की अपील की। इस मौके पर गंगागिरी मठ के महंत खुशाल गिरी, पीनूदेवी, कमला, पूनम जैन, भावना, सुमित्रा, धर्मेंद्र शर्मा, ओम त्रिवेदी, जितेंद्र फुलवारिया, हंसा राज गोसाई, दिलीप हेगड़े, जितेंद्र जाटव सहित कई मौजूद थे।
कजळी तीज के मौके पर आयोजित हुए मेले में मायड़ भाषा राजस्थानी को संवैधानिक मान्यता व अध्यापक पात्रता परीक्षा में शामिल करने की मांग को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के तत्वावधान में मोटिया परिषद व छात्र परिषद के सदस्यों ने मेले में आने वालों को दस्तखत करने के लिए प्रेरित किया। मोटिया परिषद के जिला पाटवी रघुवीरसिंह तालोरा व छात्र परिषद के जिलाध्यक्ष अशोक सराला ने अभियान की जानकारी देते हुए रानी कर्मवती, मीरा बाई व पद्मावती के जीवन से प्रेरणा लेकर मातृ शक्ति को अभियान से जुडऩे की अपील की। इस मौके पर गंगागिरी मठ के महंत खुशाल गिरी, पीनूदेवी, कमला, पूनम जैन, भावना, सुमित्रा, धर्मेंद्र शर्मा, ओम त्रिवेदी, जितेंद्र फुलवारिया, हंसा राज गोसाई, दिलीप हेगड़े, जितेंद्र जाटव सहित कई मौजूद थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें