सिरसा। जल्द ही एक ही नाम और पते पर दो गैस सिलेंडर कनेक्शन पुरानी बात हो जाएगी। इसकी जद में वे परिवार भी आएंगे जिसमें बाप, बेटे, बहू व बच्चे तक के नाम से अलग-अलग गैस कनेक्शन हैं। देश में हजारों की संख्या में ऐसे कनेक्शन हैं। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय ने अब फर्जी कनेक्शन बंद करने के लिए कमर कस ली है। तमाम कंपनियों ने सीधे तौर पर डीलरों यानी गैस एजेंसियों को भी पत्र भेजकर घरेलू गैस की सब्सिडी के बेजा इस्तेमाल को रोकने के लिए कदम उठाने के लिए कहा है। इसके लिए बाकायदा तीन माह का समय तय किया गया है। अगर अक्टूबर तक गैस एजेंसियों ने फर्जी कनेक्शन नहीं काटे तो एजेंसियां सीधे तौर पर संदिग्ध गैस कनेक्शन बंद करने के साथ ही एजेंसी संचालकों पर भी कार्रवाई करेगी।
सरकारी निर्देशों के अनुसार तीन महीने में सभी उपभोक्ता अपनी प्रामाणिकता सिद्ध करने के लिए आईडी व फोटो संबंधित गैस एजेंसी में जाकर जमा करवाएं। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उनकी गैस सप्लाई कभी भी बंद की जा सकती है।
'उपभोक्ता जानो' अभियान चलाएं
पेट्रोलियम कंपनियों ने अपने डिस्ट्रीब्यूटरों कोनिर्देश दिए हैं कि वे 'उपभोक्ता जानो' अभियान चलाएं। इसके तहत पिन कोड सहित उपभोक्ता का पूरा पता अपने रिकॉर्ड में रखने के लिए कहा गया है। तीन माह में प्रत्येक उपभोक्ता से 'उपभोक्ता जानो' (केवाईसी) फॉर्म भरवा कर उनसे उनकी पूरी डिटेल लेने के लिए कहा गया है। पुराने-नए, सभी उपभोक्ताओं से यह फॉर्म भरवाया जाएगा।
गैस कंपनियों के क्षेत्रीय कार्यालयों से भी बाकायदा संदिग्ध गैस कनेक्शनधारकों की लिस्ट डिस्ट्रीब्यूटरों को भेजी गई है। उस लिस्ट में ऐसे उपभोक्ताओं को शामिल किया गया है जिनके समान पते के दो या दो से अधिक कनेक्शन हैं अथवा अलग-अलग नाम मगर पता समान है। इनमें फर्जी पाए जाने वाले गैस कनेक्शनधारकों की गैस कॉपी पर रद्द लिख कर कंपनी को अवगत करवाना है।
जारी न करें नया कनेक्शन
गैस एजेंसियों को भेजे पत्र में स्पष्ट लिखा है कि सही घरेलू उपभोक्ता तक सिलेंडर पहुंचाना व उनका रिकॉर्ड रखना एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर की जिम्मेदारी है। जिस घर में डिलीवरी ब्वॉय सिलेंडर सप्लाई कर रहा है, वहां पर नया गैस कनेक्शन जारी करने की मनाही की गई है।
कालाबाजारी पर लगेगा अंकुश
सरकार के निर्देशानुसार अगर गैस कंपनियों वडिस्ट्रीब्यूटरों ने ईमानदारी से गैस उपभोक्ताओं की छंटनी की तो घरेलू गैस की कालाबाजारी पर अंकुश लगेगा। कालाबाजारी में लोगों ने अनेक फर्जी गैस कनेक्शन ले रखे हैं। एक ही परिवार के कई सदस्यों के नाम से गैस कॉपियां बनाकर घरेलू गैस की सब्सिडी का लाभ उठा रहे हैं और सिलेंडर की कालाबाजारी से मोटा मुनाफा कमाते हैं। ऐसे में अगर फर्जी कनेक्शन नहीं रहेंगे तो कालाबाजारी पर अंकुश के साथ सही उपभोक्ता को पर्याप्त समय पर गैस मिल सकेगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें