मंगलवार, 7 अगस्त 2012

यूरोपियन यूनियन की टीम ने जल संरक्षण कार्य देखा


यूरोपियन यूनियन की टीम ने जल संरक्षण कार्य देखा



भाद्राजून



जल भागीरथी फाउंडेशन की ओर से मारवाड़ क्षेत्र में जल संरक्षण पर किए जा रहे कार्यों का यूरोपियन यूनियन के राजदूत जो क्रेनहाओ ने सोमवार को जायजा लिया। जल भागीरथी फाउंडेशन के अध्यक्ष पूर्व नरेश गजसिंह व हेमलता राजे की अगुवाई में आयोजित इस कार्यक्रम में राजदूत ने जालोर जिले के दो गावों का दौरा किया।

फाउंडेशन की परियोजना निदेशक कनुप्रिया हरीश ने बताया कि यूनियन की टीम ने सर्वप्रथम जालोर जिले की नोरवा गांव का दौरा किया। गांव में अतिथियों का ग्रामीणों ने पारंपरिक तरीके से स्वागत किया। इसके बाद गांव में सामुदायिक प्रयासों से जल संरक्षण कार्यों के तहत निर्मित नहर को देखा। इसके बाद गांव में ही जापान की निप्पॉन ग्लू कंपनी द्वारा स्थापित किए जा रहे वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का उद्घाटन राजदूत एवं फाउंडेशन के अध्यक्ष ने किया। इस प्लांट के माध्यम से ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। यूरोपियन यूनियन से आए जापान के जो क्रेनहाओ ने ग्रामीणों के सामने ही गांव के तालाब के पानी व अन्य पानी को फिल्टर करके बताया।

इस अतिथियों ने ग्रामीणों द्वारा किए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों पर चर्चा कर उन्हें बेहतर कार्यों के लिए बधाई दी। दौरे के दूसरे पड़ाव पर अतिथियों का दल पास के ही दुदिया गांव पहुंचा। गांव में पारंपरिक स्वागत के बाद जल भागीरथी फाउंडेशन के सहयोग से किए गए तालाब क्षमतावद्र्धन कार्य को देख राजदूत काफी अभिभूत हुए। उन्होंने सामुदायिक प्रयासों द्वारा जल संरक्षण पर इसे एक आदर्श उदाहरण बताया। इसके बाद सभी ने गांव में स्वच्छता कार्यक्रम के तहत निर्माणाधीन शौचालयों के कार्यों को देखा। इस अवसर पर विशेष रूप से नन्हीं बालिका पट्टू देवी की पहल एवं प्रयासों से निर्मित शौचालय की सभी ने सराहना की। अंत में जल सभा की बैठक में ग्रामीणों ने यूरोपियन यूनियन का आभार व्यक्त किया।

यह है उद्देश्य

जल भागीरथी फाउंडेशन यूरोपियन यूनियन के सहयोग से पॉवरटी रिडक्शन ऑफ डेजर्ट कम्यूनिटीज इन दी ड्राई लैंड्स ऑफ वेस्टर्न राजस्थान थ्रू इंटीग्रेटेड कम्यूनिटी बेस्ड वॉटर रिसोर्स मैनेजमेंट नामक परियोजना के तहत पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, जालोर और जैसलमेर जिले के 80 गांवों में जल संरक्षण पर कार्य कर रही है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य समुदाय आधारित जल संरक्षण और प्रबंधन को बढ़ावा देना है ताकि पानी की समस्या से उत्पन्न होने वाली गरीबी की समस्या को दूर किया जा सके और दीर्घ अवधि विकास तथा एकीकृत जल संसाधन प्रबंधन मॉडल को विकसित किया जा सके।

ग्रामीण संस्कृति से हुए अभिभूत

यूरोपियन यूनियन से आए अतिथि गांव की संस्कृति एवं वातावरण से काफी प्रभावित नजर आए। इस दौरान जापान के अतिथि ने बालिकाओं से इडाणी के बारे में पूछताछ की। साथ ही इसके उपयोग के बारे में बालिकाओं से पूछता। जिस पर हेमलता राजे ने इसके उपयोग के बारे में उन्हें जानकारी दी।

उद्घाटनत्नजिले के दो गांवों में यूरोपियन यूनियन के राजदूत ने किया अवलोकन, वॉटर ट्रीटमेंट प्लान का हुआ उद्घाटन

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