सोमवार, 23 जुलाई 2012

PHOTOS: प्राचार्य की घिनौनी हरकत, पहले किया कथित दुव्र्यवहार फिर दी जातिगत गालियां

PHOTOS: प्राचार्य की घिनौनी हरकत, पहले किया कथित दुव्र्यवहार फिर दी जातिगत गालियांPHOTOS: प्राचार्य की घिनौनी हरकत, पहले किया कथित दुव्र्यवहार फिर दी जातिगत गालियां

PHOTOS: प्राचार्य की घिनौनी हरकत, पहले किया कथित दुव्र्यवहार फिर दी जातिगत गालियां



उदयपुर। उदयपुर जिले के मावली कस्बे के जवाहर नवोदय विद्यालय में प्राचार्य के कथित दुव्र्यवहार से आक्रोशित डेढ़ सौ से ज्यादा बच्चों ने रविवार देर रात मावली-चित्तौड़ स्टेट फोरलेन पर तीन घंटे तक जमकर प्रदर्शन किया। इस बीच हाई वे पर टायर फूंके गए। प्राचार्य को हटाने की मांग पर सोमवार को स्कूल के सभी छात्र-छात्राओं ने सुबह का नाश्ता और दोपहर को खाना भी नहीं खाया।
प्राचार्य आर. के. रावल द्वारा बच्चों को कथित रूप से परेशान करने, गाली-गलौच करने, अनुसूचित जाति और जनजाति के बच्चों का जातिगत अपमान करने, बच्चों के माता-पिता को भी सम्मानजनक नहीं बोलने से गुस्साए बच्चों ने रविवार रात को हड़ताल कर दी। बच्चे रात दो बजे बाद स्कूल कम हॉस्टल की पीछे वाली दीवार फांदकर पैदल तीन किलोमीटर मावली हाई वे पर मुख्य चौराहे आ पहुंचे, जहां इन्होंने हाई वे पर यातायात एक तरफा कर पत्थर जमा दिए और बाद में खुद भी हाई वे पर ही बैठ गए। घुप अंधेरे में बच्चों की नारेबाजी से आसपास के कई लोगों की जाग हो गई। बच्चों ने हाई वे पर पत्थर जमाए उस वक्त कोई पुलिसकर्मी भी मौजूद नहीं था।
बाद में थानाधिकारी नानालाल सालवी, उपखंड अधिकारी लालसिंह देवड़ा मौके पर पहुंचे और बच्चों से समझाइश की, लेकिन बच्चे नहीं माने। इसके बाद बच्चों ने चौराहे पर ही प्राचार्य का पुतला भी फूंका। करीब तीन घंटे की समझाइश के बाद पुलिस जाप्ते ने सुबह साढ़े छह बजे बच्चों को सख्ती दिखाते हुए हाई वे से उठा दिया। इसके बाद पुलिस बच्चों को तीन किलोमीटर पैदल ही घेरकर नवोदय स्कूल ले गई। बाद में स्कूल में वल्लभनगर प्रशिक्षु आईपीएस दिव्या मित्तल, एसडीएम ने फिर चर्चा की, लेकिन बच्चे नवोदय के असिस्टेंट कमिश्नर एस. राम को मौके पर बुलाने पर ही क्लासों में जाने की बात पर अड़ गए। इसके बाद बच्चों ने दिनभर क्लासों का बहिष्कार भी कर दिया।
खाना भी नहीं खाया
प्राचार्य को हटाने की मांग पर सोमवार को स्कूल के बालक-बालिकाओं ने सुबह की चाय-नाश्ता और दोपहर के खाने का भी बहिष्कार कर दिया। इस बीच स्कूल प्रशासन ने बच्चों से काफी देर तक समझाइश के प्रयास किए, लेकिन वे नहीं माने।

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