नासा के मिशन 32 के अंतरिक्ष यात्री सकुशल अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पहुंच गए।
स्पेस स्टेशन से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए मिशन के यात्रियों ने अपने परिजनों से भी बातचीत की।
फ्लाइट इंजीनियर सुनीता विलियम्स, जापानी एस्ट्रोनॉट अकि होशिदे और यूरी मेलेनचेंको ऑर्बिट में दो दिन बिताने के बाद मंगलवार को स्पेस स्टेशन से जुड़ गए। सुनीता ने मिशन की कमान संभाल ली है।स्पेस स्टेशन से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं चार महीने यहां रहूंगी, मेरे लिए ये छुट्टी जैसा है और मुझे ऐसी ही अगली छुट्टी का इंतजार रहेगा।' वहीं दूसरे यात्री यूरी मेलेंचेंको ने अपनी बेटी को हवा में गोता लगाकर दिखाया।सोयूज टीएमए 05एम मिशन 32 के सदस्यों सुनीता विलियम्स, यूरी मेलेंचेंको और अकिहिको होशिदे को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन की ओर बढ़ता हुआ।स्पेस स्टेशन पहुंचने के बाद यहां के नए सदस्यों ने नासा के इंजीनियरों से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बातचीत की।अंतरिक्ष यात्री यूरी मेलेंचेंको ने अपनी बेटी से भी बात की। उन्होंने अपनी बेटी को दिखाया कि कैसे अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण नहीं होता। उन्होंने कहा कि देखो, मैं अंतरिक्ष में क्या-क्या कर सकता हूंसुनीता विलियम्स ने कहा, 'स्पेस स्टेशन पर मैं चार महीने की छुट्टियां बिताने आई हूं, और मुझे ऐसी ही और छुट्टियों का इंतेजार रहेगा'भारतीय मूल अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने कजाकिस्तान के बेकोनुर स्पेस स्टेशन से अंतरिक्ष के लिए रविवार सुबह उड़ान भरी थी और 10 मिनट में ही वे अंतरिक्ष में दाखिल हो गईं। वे 3 सदस्यीय एक्सपीडीशन 32 टीम का हिस्सा हैं। यह सुनीता की दूसरी अंतरिक्ष यात्रा है। इस दौरान वे 4 महीनों तक अंतरिक्ष में रहेंगी। सुनीता अपने साथ मेढक और मछली ले जा रही हैं। इन जीवों को अंतरिक्ष में रखा जाएगा ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि वहां जीव किस तरह जिंदा रह सकते हैं। यह मिशन नवंबर में खत्म होगा। सुनीता विलियम्स एक्सपीडिशन 32 की फ्लाइट इंजीनियर हैं। वे सोयुज अंतरिक्ष यान से रवाना हुई हैं। स्पेस स्टेशन पर पहले ही तीन सदस्य मौजूद थे। अब वहां कुल शोधकर्ताओं की संख्या 6 हो गई है। सुनीता की टीम करीब 200 प्रयोग करेगी। माना जा रहा है कि इन प्रयोगों से मंगल ग्रह पर जीवन की संभावनाओं का पता लगाने में मदद मिलेगी।स्पेस स्टेशन पहुंचने के बाद यूरी मेलेंचेंको ने कहा, 'बहुत अच्छा लग रहा है, यह घर आने जैसा है, यहां मौजूद सदस्य स्वस्थ हैं और हम उनका साथ पाकर बेहद खुश हैं।'
स्पेस स्टेशन से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए मिशन के यात्रियों ने अपने परिजनों से भी बातचीत की।
फ्लाइट इंजीनियर सुनीता विलियम्स, जापानी एस्ट्रोनॉट अकि होशिदे और यूरी मेलेनचेंको ऑर्बिट में दो दिन बिताने के बाद मंगलवार को स्पेस स्टेशन से जुड़ गए। सुनीता ने मिशन की कमान संभाल ली है।स्पेस स्टेशन से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं चार महीने यहां रहूंगी, मेरे लिए ये छुट्टी जैसा है और मुझे ऐसी ही अगली छुट्टी का इंतजार रहेगा।' वहीं दूसरे यात्री यूरी मेलेंचेंको ने अपनी बेटी को हवा में गोता लगाकर दिखाया।सोयूज टीएमए 05एम मिशन 32 के सदस्यों सुनीता विलियम्स, यूरी मेलेंचेंको और अकिहिको होशिदे को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन की ओर बढ़ता हुआ।स्पेस स्टेशन पहुंचने के बाद यहां के नए सदस्यों ने नासा के इंजीनियरों से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बातचीत की।अंतरिक्ष यात्री यूरी मेलेंचेंको ने अपनी बेटी से भी बात की। उन्होंने अपनी बेटी को दिखाया कि कैसे अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण नहीं होता। उन्होंने कहा कि देखो, मैं अंतरिक्ष में क्या-क्या कर सकता हूंसुनीता विलियम्स ने कहा, 'स्पेस स्टेशन पर मैं चार महीने की छुट्टियां बिताने आई हूं, और मुझे ऐसी ही और छुट्टियों का इंतेजार रहेगा'भारतीय मूल अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने कजाकिस्तान के बेकोनुर स्पेस स्टेशन से अंतरिक्ष के लिए रविवार सुबह उड़ान भरी थी और 10 मिनट में ही वे अंतरिक्ष में दाखिल हो गईं। वे 3 सदस्यीय एक्सपीडीशन 32 टीम का हिस्सा हैं। यह सुनीता की दूसरी अंतरिक्ष यात्रा है। इस दौरान वे 4 महीनों तक अंतरिक्ष में रहेंगी। सुनीता अपने साथ मेढक और मछली ले जा रही हैं। इन जीवों को अंतरिक्ष में रखा जाएगा ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि वहां जीव किस तरह जिंदा रह सकते हैं। यह मिशन नवंबर में खत्म होगा। सुनीता विलियम्स एक्सपीडिशन 32 की फ्लाइट इंजीनियर हैं। वे सोयुज अंतरिक्ष यान से रवाना हुई हैं। स्पेस स्टेशन पर पहले ही तीन सदस्य मौजूद थे। अब वहां कुल शोधकर्ताओं की संख्या 6 हो गई है। सुनीता की टीम करीब 200 प्रयोग करेगी। माना जा रहा है कि इन प्रयोगों से मंगल ग्रह पर जीवन की संभावनाओं का पता लगाने में मदद मिलेगी।स्पेस स्टेशन पहुंचने के बाद यूरी मेलेंचेंको ने कहा, 'बहुत अच्छा लग रहा है, यह घर आने जैसा है, यहां मौजूद सदस्य स्वस्थ हैं और हम उनका साथ पाकर बेहद खुश हैं।'
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