सोमवार, 2 जुलाई 2012

बांसवाड़ा एमएलए को बंधक बनाकर पीटा

बांसवाड़ा एमएलए को बंधक बनाकर पीटा

बांसवाड़ा। परमाणु बिजलीघर की स्थापना का विरोध कर रहे ग्रामीणों द्वारा रविवार रात बंधक बनाए गए कांग्रेसी विधायक अर्जुनसिंह बामनिया ने सारे प्रकरण के लिए विपक्ष को जिम्मेदार बताया है साथ ही उन्होंने पुलिस पर भी ढिलाई बरतने को लेकर सवाल उठाए हैं। बामनिया का कहना है कि विपक्ष सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए इस तरह की हरकतें कर रहा है। उनकी बढ़ती लोकप्रियता से क्षेत्र के भाजपा नेता घबराए हुए हैं। बामनिया ने कहा कि कमरे में मुझे बंद करके मारपीट की गई। घटना की सूचना दिए जाने के बाद भी पुलिस के देरी के आने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पुलिस ने पहुंचने के बाद हालात संभाल लिए पर अगर समय पर पुलिस पहुंच जाती तो ठीक रहता। उन्होंने माना कि पुलिस के आने में विलम्ब हुआ।

एएसआई पर वार

मौके पर पहंुची पुलिस को भी ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। इस दौरान किसी ने एसएचओ भंवरसिंह के हाथ पर लाठी से वार कर दिया। 4 अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। कई पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त किए।

मालूम हो कि बामनिया और महिला प्रधान सुनीता माल सहित कई कांग्रेसी पदाधिकारियों को रविवार रात 8 बजे कुछ लोगों ने एक कमरे में बंद कर दिया था। विधायक से मारपीट भी की गई। इन्हें छुड़ाने पहुंची पुलिस पर भी ग्रामीणों ने हमला किया। करीब 3000 हथियारबंद ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया था।

बाद में पुलिस ने स्थिति संभाल ली थी। बताया जाता है कि ग्रामीण भाजपा नेता दलीचंद मईड़ा के खिलाफ भ्रामक प्रचार से आक्रोशित थे। ग्रामीणों ने विधायक से परमाणु बिजलीघर नहीं लगाने की बात का सीएम के नाम पत्र लिखवाया और देर रात करीब 1.40 बजे सभी को छोड़ दिया।


बैठक से लौट रहे थे
विधायक बामनिया के साथ बंद छोटी सरवन ब्लॉक अध्यक्ष केशवचन्द्र निनामा ने बताया कि वे सभी कोटड़ा में बैठक से लौट रहे थे। इस दौरान 40-50 ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया और गाड़ी में बिठा गांव में स्थित भाजपा नेता दलीचंद मईड़ा के घर ले गए। कुछ ही देर में आस-पास के गांवों के हजारों लोग पहुंच गए। एएसपी पंकज चौधरी ने बताया कि विधायक से मारपीट की बात सामने आई है। जानकारी ले आवश्यक कार्रवाई करेंगे।

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