मंगलवार, 17 जुलाई 2012

पानी पर सता पक्ष के जनप्रतिनिधियों की तकरार


पानी पर सता पक्ष के जनप्रतिनिधियों की तकरार 






एक जमाने में शांत और सोमय कहा जाने वाला रेतीला थार इन दिनों मौसम के अनमाने रूप के साथ-साथ एक बवंडर को अपनी धरा पर देख रहा है। जिस तरह किसी बवंडर के आने पर हर किसी की नजरे नीले आसमान की और हो जाती है ऐसा ही कुछ बाड़मेर की अवाम की नजरे हर बदलते दिन की तरफ बढ़ रही है। शुरुआत विधायको से हुई तो उसमे शामिल होने वालो की कतार सी लग गई, ना तो इस दौड़ में कोई पीछे रहना चाह रहा हैं और ना कोई दूर रहना चाह रहा हें अगर इस सारे मामले में कोई हेरत में हें तो वह है वह है थार की आवाम। जिन्होंने दिल और मतों से इन सभी के सर पर जीत का सेहरा सजाया था। 
बाड़मेर को देश भर में अपनी रेतीली आबोहवा के लिए जाना और पहचाना जाता है लेकिन यहां के लोगो को इस आबोहवा में रहने का हुनर मालूम है लेकिन बीते कुछ दिनों से इस इलाके में जनता द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियों द्वारा बयानों का जो बवंडर खड़ा किया है उस बवंडर को देख कर हर कोई ना केवल हेरत में है बल्कि परेशान भी है। बात पानी से शुरू होकर, बदले के बयानों, बड़े-बड़े दावो किए विज्ञापनों, कई पत्रकार स मेलनों से होते हुई धमकियों और ना जाने कहां-कहां से गुजर रही है। कहते है किसी बात की शुरुआत बस होनी चाहिए फिर तो उस बात में शामिल होने वालो की कतार लग जाती है। इस बार यहां भी कुछ ऐसा ही हो रहा है बाड़मेर विधायक, बायतु विधायक की आपसी खीचतान में सांसद हरीश चौधरी के आलावा एक बार चुनावी घमाशान में अपना भाग्य आजमा चुके केलाश बेनीवाल, पूर्व सांसद कर्नल मानवेन्द्रसिंह यहां तक के भारतीय जनता पार्टी के ब्लॉक स्तर के कार्यकर्ताओ ने भी अपने कदम पीछे नही रखे। हर कोई शुरू हो गया है इस बयान की राजनीती में खुद का कोई ना कोई हिस्सा देने के लिए। इन सभी की हिस्सेदारी में फिर अच भे में हैं जनता जनार्दन है। बायतू विधायक े बयान पर बाड़मेर विधायक ने कहा कि बाड़मेर लि ट केनाल के मीठे पानी में विधायक कर्नल खलल डाल रहे हैं। महत्ती योजना लंबे इंतजार के बाद पूरी होने जा रही है। दशकों बाद लोगों को जब मीठा पानी नसीब होने का समय आया तो कर्नल राजनीति पर उतर आए हैं। जब यह योजना बाड़मेर के लिए प्रस्तावित है तो बायतु क्षेत्र को जबरदस्ती शामिल करवाने के नाम पर जनता को भ्रमित कर रहे हैं। पाइप लाइन का रास्ता बदल दिया। अगर चौखला में पाइप लाइन तोड़ दी तो जनता पानी को तरस जाएगी। जैन ने कहा कि बाड़मेर लि ट कैनाल परियोजना का कार्य अंतिम चरण में है। 
जनता को शीघ्र ही मीठा पानी नसीब होगा। यह कांग्रेस की सबसे बड़ी उपलिब्ध है। तों बाड़मेर जैसलमेर के पूर्व सांसद कर्नल मानवेन्द्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस के विधायक और सांसद आपस में योजनाओ का क्रेडिट लेने में एक दूसरे को नीचा दिखने में जुटे हें ,उन्हें जनता की पीड़ा से कोई सरोकार नहीं है, मानवेन्द्र ने आरोप लगाया की कांग्रेस के नेता भाजपा सरकार के कार्यकाल की उपलिब्धयों पर झूठी वाहवाही लेने में लगे हें ,जनता पानी को तरश रही। मानवेन्द्र ने कहा की जिला प्रशासन ने समस्याग्रस्त गाँवो में पानी के टेंकरों की व्यवस्था नहीं की, सरकार जनता के हितों की अनदेखी कर रही है। 
इससे पहले इस बंवडर और मामले के आगाज का श्रेय बायतु विधायक को जाता है उन्होंने सोनाराम ने बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विधायक मु यमंत्री को पत्र लिखकर पीएचईडी में बायतु क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व अधिकारियों के वर्चस्व होने के कारण लि ट केनाल में बाड़मेर व शिव के बजाय बायतु को वरियता दी जा रही है। लेकिन मैं कहता हूं कि दबदबा होता तो बायतु को दो साल पहले ही पानी मिल जाता। महापंचायत में मेवाराम जैन की ओर से मु यमंत्री व जल संसाधन मंत्री को लिखे गए पत्रों की कॉपियां बांटी गई। उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार की ओर से उपलिब्धयों के आंकड़े जारी करने को लेकर कर्नल ने कहा कि जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हो रहे हैं। बायतु क्षेत्र में पेयजल किल्लत व विद्यालयों में अध्यापकों के खाली पद भरने को लेकर सरकार ने अब तक कुछ नहीं किया। मुझे जनता ने चुना है, मैं किसी सरकार या मु यमंत्री का गुलाम नहीं हूं। अब सरकार के किसी विधायक या मंत्री से बात करने की जरूरत नहीं है। कर्नल ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखने की भी बात कही। 
अब देखने वाली बात यह रहेगी कि यह बवंडर कब जाकर खत्म होता है और कौन-कौन इस बवंडर में उड़ते नजर आते है जो कुछ भी एक बात साफ है किसी बड़ी उपलिब्ध का श्रेय लेने े लिए किस तरह लड़ाईयॉ हो सकती है यह तो जनता देख ही रही है। 


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