बुधवार, 18 जुलाई 2012

यूपीः नाबालिग को अपहर्ताओं से छुड़ाने के बाद एसआई ने किया पांच दिन तक रेप!



सीतापुर.उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि यहां के पिसवान थाना क्षेत्र में अगवा नाबालिग लड़की की बरामदगी के बाद मामले की जांच कर रहे अधिकारी ने ही उससे पांच दिन तक बलात्कार किया। घटना करीब एक माह पुरानी है। पीड़ित परिवार न्याय के लिए दर दर की ठोकर खा रहा है।
 

आरोपी पुलिसवाले के खिलाफ कार्रवाई न होने पर लड़की के पिता ने खुद को आग लगाने की धमकी दी है। पीड़िता के पिता के मुताबिक उसकी 16 वर्षीय बेटी का रजनीश नाम के स्थानीय युवक ने 2 अप्रैल को अपहरण कर लिया था। घटना के दिन ही उसने पिसवान थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। बाद में उसने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को शिकायत दी जिसके बाद ही पिसवान थाना पुलिस ने 8 अप्रैल को एफआईआर दर्ज की।

लड़की को ढूंढने में पुलिस की नाकामी और बेरुखी के बाद पिता ने 3 जून को एसपी दफ्तर के बाहर खुद को आग लगाने की धमकी दी। स्थानीय मीडिया में रिपोर्टें प्रकाशित होने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने थाना पुलिस को लड़की ढूंढने के लिए कहा। 5 जून को ही मामले की जांच कर रहे सब इंस्पेक्टर राम प्रसाद प्रेमी ने लड़की को बरामद कर लिया। लड़की के पिता के मुताबिक 5 जून को गांव का चौकीदार उसके घर आया और उसकी बेटी की बरामदगी के बारे में जानकारी दी।

पड़ोस के गांव से लड़की बरामदगी के बाद पीडि़त पिता, उसकी बेटी, सब इंस्पेक्टर राम प्रसाद प्रेमी, गांव का चौकीदार और एक सिपाही पुलिस की गाड़ी से थाने जा रहे थे। राम प्रसाद प्रेमी ने पिता को रास्ते में ही कार से उतार दिया। इसके बाद पांच दिन तक अपनी बेटी के बारे में जानकारी लेने के लिए थाने के चक्कर लगाता रहा लेकिन उसे कोई जानकारी नहीं दी गई।


पीड़ित ने एक बार फिर पुलिस अधीक्षक के कार्यालय के बाहर खुद को आग लगाने की धमकी दी तो आरोपी सब इंस्पेक्टर ने उसकी बेटी को घर छुड़वा दिया। घर पहुंचते ही लड़की ने अपने साथ हुई दरिंदगी की दास्तान सुनाई। लड़की ने बताया कि पांच दिन तक सब इंस्पेक्टर रामप्रसाद और गांव का चौकीदार उसके साथ बलात्कार करते रहे। बेटी के साथ हुई इस घटना के बाद से ही पीड़ित न्याय के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के दरवाजे खटखटा रहा है लेकिन उसकी कोई एक नहीं सुन रहा है।

अब एक बार फिर उसने खुद को आग लगाने की धमकी देते हुए कहा है कि यदि आरोपी सब इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वो खुद को पुलिस अधीक्षक के दफ्तर के बाहर आग लगा लेगा और सीतापुर पुलिस उसकी मौत की जिम्मेदार होगी। घटना पर सीतापुर पुलिस ने कोई प्रतक्रिया नहीं दी है। सीतापुर के पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार से फोन और एसएमएस के जरिए संपर्क करने का प्रयास किया गया। उन्होंने काफी देर बाद जवाबी एसएमएस भेजा- No truth at all.

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