पानी सिर के ऊपर चढ़ रहा है: कर्नल
कांग्रेस की कड़ी से कड़ी जोडऩे से लोगों को नहीं मिला फायदा, लिफ्ट केनाल परियोजना को लेकर कर्नल ने किया शक्ति-प्रदर्शन, चौखला में मुख्यमंत्री व बाड़मेर विधायक पर साधा निशाना
बाड़मेर 'राज्य में कांग्रेस को जिताने के बाद लोगों ने केंद्र में भी कांग्रेस को जिताकर कड़ी से कड़ी जोड़ी। लेकिन फिर भी जनता की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं। जनता की वाजिब समस्याओं के लिए अपनों से लडऩे में तकलीफ होती हैं, लेकिन पानी सिर के ऊपर चढ़ रहा है तो अब सरकार के खिलाफ भी बोलना पड़ रहा है।'
यह बात बायतु विधायक कर्नल सोनाराम चौधरी ने कही। वे ग्राम पंचायत चौखला में बाड़मेर लिफ्ट केनाल परियोजना के पानी को बाड़मेर शहर के साथ बायतु क्षेत्र के गांवों को भी उपलब्ध करवाने की मांग को लेकर किसान महापंचायत को संबोधित कर रहे थे। कर्नल ने बातों ही बातों में एक बार फिर कांग्रेस की ही सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए अपनी ताकत का अहसास करवाया।
बायतु क्षेत्र के 151 गांवों की उपेक्षा क्यों: कर्नल ने बायतु विधानसभा क्षेत्र में पानी की समस्या को गंभीर बताते हुए कहा कि जनता ने कांग्रेस को इसलिए वोट दिए थे कि पानी की समस्या का समाधान होगा। लेकिन अब बायतु के 151 गांवों को वंचित किया जा रहा हैं। जबकि योजना के पहले चरण में ये गांव शामिल है। वहीं चौखला में बनने वाले हेडवक्र्स को भाडखा में बनवाया जा रहा है। कर्नल ने कहा कि सरकार तीन महीने में बायतु की जनता को पानी मुहैया करवाएं, अन्यथा हमें पानी लेना आता है।
सोनाराम ने बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विधायक मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पीएचईडी में बायतु क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व अधिकारियों के वर्चस्व होने के कारण लिफ्ट केनाल में बाड़मेर व शिव के बजाय बायतु को वरियता दी जा रही है। लेकिन मैं कहता हूं कि दबदबा होता तो बायतु को दो साल पहले ही पानी मिल जाता। महापंचायत में मेवाराम जैन की ओर से मुख्यमंत्री व जल संसाधन मंत्री को लिखे गए पत्रों की कॉपियां बांटी गई।
आंकड़े नहीं जमीन पर देखो
राज्य सरकार की ओर से उपलब्धियों के आंकड़े जारी करने को लेकर कर्नल ने कहा कि जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हो रहे हैं। बायतु क्षेत्र में पेयजल किल्लत व विद्यालयों में अध्यापकों के खाली पद भरने को लेकर सरकार ने अब तक कुछ नहीं किया। मुझे जनता ने चुना है, मैं किसी सरकार या मुख्यमंत्री का गुलाम नहीं हूं। अब सरकार के किसी विधायक या मंत्री से बात करने की जरूरत नहीं है। कर्नल ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखने की भी बात कही।
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