जयपुर. राज्य के पीडब्लूडी राज्य मंत्री मुरारी लाल मीणा सहित 13 लोगों के खिलाफ केन्द्रीय कारागार में बंद विचाराधीन कैदी की हत्या कराने का मामला लालकोठी थाने में दर्ज हुआ है। जनप्रतिनिधि के खिलाफ मामला दर्ज होने के कारण पुलिस ने फाइल को सीआईडी में भिजवा दी है। अब मामले की जांच सीआईडी करेगी।
जयपुर के पास स्थित आंधी कस्बे में रहने वाले अजय मीणा ने इस्तगासे के माध्यम से मामला दर्ज कराया है। पीडि़त का आरोप है कि पुलिस ने उसके भाई विजय को दहेज के लिए पत्नी को प्रताडि़त करने और हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। जिसे जेल भेज दिया था। 10 नवम्बर 2011 को उसकी बहन आशा और और जीजा मुकेश विजय से मिलने के लिए केन्द्रीय कारागार में गए थे।
विजय ने उन्हें बताया था कि हजारी लाल, रामादेवी और ईश्वर ने उसे जेल में मरवाने की धमकी दी है। बंदियों ने उससे कहा है कि उसे मरवाने में राज्य मंत्री मुरारी लाल, जेल अधीक्षक ओआर रोहिन और जेलर भी उनके साथ है। अगले दिन उसे जेल प्रशासन से सूचना मिली कि उसके भाई विजय ने जेल में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। विजय की मौत तीन फीट के पाइप पर तौलिए से लटकने से हुई थी। इसे जेल प्रशासन ने आत्महत्या बताया और गुपचुप लाश को सवाई मानसिंह अस्पताल में भिजवा दी।
इनके खिलाफ हुआ मामला दर्ज: पीडब्लूडी मंत्री मुरारी लाल मीणा, जेल अधीक्षक ओआर रोहिन, जेलर, हजारी लाल मीणा, रामा देवी, ईश्वर लाल, बनवारी, बाबूलाल, लल्लूराम मीणा, भरतराम, बाबूलाल मीणा, कौशल्या देवी, मुरारी लाल के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है।
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