नई दिल्ली. अन्ना हजारे और बाबा रामदेव दिल्ली के जंतर-मंतर पर रविवार को अनशन कर रहे हैं। एक दिन का यह अनशन विदेशों में जमा कालाधन वापस लाने और मजबूत लोकपाल की मांग के समर्थन में है। इस दौरान 2014 में होने वाले आम चुनाव को लेकर रामदेव रणनीतिक घोषणा भी कर सकते हैं।
हजारे और रामदेव ने अनशन शुरू करने से पहले राजघाट जाकर बापू को श्रद्धांजलि दी। टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और गोपाल राय भी अनशन में शामिल हो सकते हैं। अनशन के दौरान पुलिस से टकराव के भी आसार हैं। रामदेव का कहना है कि उनके समर्थक बड़ी संख्या में आने वाले हैं, जबकि पुलिस के मुताबिक पांच हजार से ज्यादा लोगों के जमा होने की अनुमति नहीं है।
एक साल पहले भी रामदेव ने रामलीला मैदान में अनशन किया था। इस बार मुख्य मंच को संसद मार्ग पर बनाया गया है। भारी संख्या में समर्थकों के आने की संभावना को देखते हुए एक दिन पहले ही इस मार्ग पर पुलिस बैरिकेडिंग के साथ कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। मंच के अलावा यहां वीआईपी मेहमानों के आवागमन के लिए मार्ग, मीडियाकर्मियों के खड़े होने के स्थान सहित सभी तैयारियां कर ली गईं हैं। एक दिवसीय अनशन के दौरान सुरक्षा इंतजाम पुख्ता बनाए रखने के लिए दिल्ली पुलिस के पांच हजार जवान तैनात किए जाएंगे। साथ ही अर्धसैनिक बलों की 20 कंपनियां यहां तैनात हैं। इसके लिए शनिवार को ही थाना संसद मार्ग में पुलिस बल मुस्तैद नजर आया। भीषण गर्मी को देखते हुए यहां पीने के पाउच और एम्बुलेंस का खास इंतजाम किया गया है। साथ ही आने वाले समर्थकों की सुविधा के लिए यहां छह बड़ी स्क्रीन लगाईं गईं हैं।
अनशन शाम छह बजे समाप्त होगा और इसके बाद रात आठ बजे तक जगह-जगह रैलियां, मशाल जुलूस निकाला जाएगा। यह पहला मौका होगा जब अन्ना और बाबा रामदेव एक साथ एक मंच पर अनशन करेंगे। हालांकि अप्रैल और अगस्त में हुए अनशन में अन्ना के मंच पर रामदेव समर्थन के लिए पहुंचे थे
हजारे और रामदेव ने अनशन शुरू करने से पहले राजघाट जाकर बापू को श्रद्धांजलि दी। टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और गोपाल राय भी अनशन में शामिल हो सकते हैं। अनशन के दौरान पुलिस से टकराव के भी आसार हैं। रामदेव का कहना है कि उनके समर्थक बड़ी संख्या में आने वाले हैं, जबकि पुलिस के मुताबिक पांच हजार से ज्यादा लोगों के जमा होने की अनुमति नहीं है।
एक साल पहले भी रामदेव ने रामलीला मैदान में अनशन किया था। इस बार मुख्य मंच को संसद मार्ग पर बनाया गया है। भारी संख्या में समर्थकों के आने की संभावना को देखते हुए एक दिन पहले ही इस मार्ग पर पुलिस बैरिकेडिंग के साथ कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। मंच के अलावा यहां वीआईपी मेहमानों के आवागमन के लिए मार्ग, मीडियाकर्मियों के खड़े होने के स्थान सहित सभी तैयारियां कर ली गईं हैं। एक दिवसीय अनशन के दौरान सुरक्षा इंतजाम पुख्ता बनाए रखने के लिए दिल्ली पुलिस के पांच हजार जवान तैनात किए जाएंगे। साथ ही अर्धसैनिक बलों की 20 कंपनियां यहां तैनात हैं। इसके लिए शनिवार को ही थाना संसद मार्ग में पुलिस बल मुस्तैद नजर आया। भीषण गर्मी को देखते हुए यहां पीने के पाउच और एम्बुलेंस का खास इंतजाम किया गया है। साथ ही आने वाले समर्थकों की सुविधा के लिए यहां छह बड़ी स्क्रीन लगाईं गईं हैं।
अनशन शाम छह बजे समाप्त होगा और इसके बाद रात आठ बजे तक जगह-जगह रैलियां, मशाल जुलूस निकाला जाएगा। यह पहला मौका होगा जब अन्ना और बाबा रामदेव एक साथ एक मंच पर अनशन करेंगे। हालांकि अप्रैल और अगस्त में हुए अनशन में अन्ना के मंच पर रामदेव समर्थन के लिए पहुंचे थे
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