बुधवार, 6 जून 2012

मनरेगा के चालीस करोड़ ठिकाने लगाने के बाद रिलीव करेंगे इस भ्रष्ट लेखाकार को

मनरेगा के चालीस करोड़ ठिकाने लगाने के बाद रिलीव करेंगे इस भ्रष्ट लेखाकार को




बाड़मेर सरहदी जिले के सरकारी महकमे जिला परिषद् मनारेगा के एक भ्रष्ट लेखाकार का स्थानान्तरण हुए बीस दिन से ज्यादा समय हो गया उसके स्थान पर अन्य रिलीवर ने आकर कार्यभार ग्रहण कर लिया .इसी बीच इस लेखाकार ने स्थानान्तरण निरस्त कराने के लिए नेताओ की डयोधिया भी चढ़ी मगर इस कार्मिक के खिलाफ मुख्यमंत्री कार्यालय से जांच के आदेश होने के कारण किसी नेता ने तवज्जो नहीं दी.इधर तबादला निरस्त होने की उम्मीदे धूमिल होने के बाद भी यह शख्स वापस बिना पोस्ट मनारेगा का काम धडाले से निपटा रहा हें सूत्रों की माने तो मनारेगा में पचास करोड़ का बजट आ रखा था जिसमे दस करोड़ की बन्दर बाँट इसके द्वारा कर ली गयी शेष चालीस करोड़ जो सामग्री मद से हें उन्हें ठिकाने लगाने के लिए यह साब यहाँ से जाना नहीं चाहते खबर हें की जिला परिषद् बाड़मेर में लेखाकार का पद रिक्त हें यह जनाब उस पद पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी को गुमराह कर प्रतिनियुक्ति कराने की फिराक में हें जबकि लेखा नियमानुसार लेखाकार की प्रतिनियुक्ति का अधिकार सिर्फ निदेशक लेखा को ही हें इसी बीच बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने जिला कलेक्टर से मिल कर इस लेखाकार को तुरंत रिलीव करने को कहा हें ,मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल आर गुगरवाल सुलझे अधिकारी हें शायद इनके झांसे में नहीं आये .इतना कुछ होने के बाद इस लेखाकार को सुविधा शुल्क जुटाने के लिए आखिर किस अधिकारी ने रोके रखा हें .जिला परिषद् में प्रतिनियुक्ति की फाईल आखिर किसके आदेश से चलाई गयी यह भी बड़ा राज़ हें .जिला कलेक्टर को चाहिए की लेखाकार को तुरंत रिलीव करे बाड़मेर के विकास के लिए अच्छा रहेगा

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