"माही" की मौत से पूरा देश दुखी
गुड़गांव। हरियाणा में मानेसर के समीप खो गांव में बुधवार से बोरवेल में गिरी 5 साल की माही को रविवार को 86 घंटे बाद बाहर तो निकली लेकिन जिंदगी हार गई। उसकी मौत की खबर से पूरे देश में दु:ख प्रकट किया जा रहा है। सोशल नेटवर्किग साइट्स पर हर कोई माही को लेकर दु:ख प्रकट कर रहा है।
मानने को तैयारा नहीं हुए बिग बी
माही के जिंदा नहीं बच पाने की खबर जब अमिताभ बच्चन को लगी तो वह उसपर यकीन करने को तैयार नहीं थी। लेकिन जब उन्हें सच पता चला कि माही जिंदगी की जंग हा चुकी है तो उन्होंने गहरा दु:ख प्रकट किया। सोशल नेटवर्किग साइट पर अपनी भावनाएं प्रेषित करते हुए बिग बी ने यह भी कहा कि आज हमे मिसाइल तो लॉन्च कर सकते हैं लेकिन बोरवेल से बच्ची को जिंदा निकाल नहीं सकते।
उल्लेखनीय है कि बुधवार रात 11 बजे से गिरी बच्ची को निकालने में जुटी सेना ने शुक्रवार को गड्ढ़े में चट्टान आने की वजह से माही तक नहंीं पहुंच सकी थी। शनिवार को चट्टान काट कर सेना आगे पहुंची लेकिन दिशा चूक जाने से माही तक नहीं पहुंचा जा सका। रविवार को सुबह माही की झलक सेना को मिली और उसे बाहर निकालने के प्रयास और तेज कर दिए गए। अंत में 86 घंटे बाद सेना ने माही को बोलवेल से बाहर निकाल लिया और उसे एंबुलेंस से सीधे अस्पताल ले जाया गया। वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
इससे पूर्व जिला प्रशासन ने रविवार सुबह 6 बजे बताया गया था कि सेना के जवान माही के करीब पहुंच गए है और उन्होंने माही को देख लिया है। बोरवेल के पास मेडिकल टीम भी पहुंच गई थी और तभी से माही के बाहर निकलने का इंतजार था।
गुड़गांव। हरियाणा में मानेसर के समीप खो गांव में बुधवार से बोरवेल में गिरी 5 साल की माही को रविवार को 86 घंटे बाद बाहर तो निकली लेकिन जिंदगी हार गई। उसकी मौत की खबर से पूरे देश में दु:ख प्रकट किया जा रहा है। सोशल नेटवर्किग साइट्स पर हर कोई माही को लेकर दु:ख प्रकट कर रहा है।
मानने को तैयारा नहीं हुए बिग बी
माही के जिंदा नहीं बच पाने की खबर जब अमिताभ बच्चन को लगी तो वह उसपर यकीन करने को तैयार नहीं थी। लेकिन जब उन्हें सच पता चला कि माही जिंदगी की जंग हा चुकी है तो उन्होंने गहरा दु:ख प्रकट किया। सोशल नेटवर्किग साइट पर अपनी भावनाएं प्रेषित करते हुए बिग बी ने यह भी कहा कि आज हमे मिसाइल तो लॉन्च कर सकते हैं लेकिन बोरवेल से बच्ची को जिंदा निकाल नहीं सकते।
उल्लेखनीय है कि बुधवार रात 11 बजे से गिरी बच्ची को निकालने में जुटी सेना ने शुक्रवार को गड्ढ़े में चट्टान आने की वजह से माही तक नहंीं पहुंच सकी थी। शनिवार को चट्टान काट कर सेना आगे पहुंची लेकिन दिशा चूक जाने से माही तक नहीं पहुंचा जा सका। रविवार को सुबह माही की झलक सेना को मिली और उसे बाहर निकालने के प्रयास और तेज कर दिए गए। अंत में 86 घंटे बाद सेना ने माही को बोलवेल से बाहर निकाल लिया और उसे एंबुलेंस से सीधे अस्पताल ले जाया गया। वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
इससे पूर्व जिला प्रशासन ने रविवार सुबह 6 बजे बताया गया था कि सेना के जवान माही के करीब पहुंच गए है और उन्होंने माही को देख लिया है। बोरवेल के पास मेडिकल टीम भी पहुंच गई थी और तभी से माही के बाहर निकलने का इंतजार था।
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