सोमवार, 4 जून 2012

किसान के बेटों ने एआईपीएमटी में बढ़ाया बाढ़ाणा का मान

किसान के बेटों ने एआईपीएमटी में बढ़ाया बाढ़ाणा का मान 


सीबीएसई की ओर से आयोजित मेडिकल कोर्स प्रवेश परीक्षा में हुआ कई होनहारों का चयन


बाड़मेरकेंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से घोषित ऑल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट-2012 के रिजल्ट में भी बाड़मेर के होनहारों ने अपना परचम लहराया है। देशभर के मेडिकल कॉलेजों की 2700 सीटों के लिए हुई प्रवेश परीक्षा में थार के छह विद्यार्थियों के सलेक्ट होने की खबर है। वहीं परिणाम आने के बाद इनके घरों व जिस स्कूल से इन्होंने सीनियर की वहां खुशी का माहौल है। सामान्य परिवारों के लाडलों ने सफलता हासिल कर अपनों का मान बढ़ाने वाले ये होनहार एक अच्छा डॉक्टर बन देश सेवा करना चाहते हैं। इस मौके मयूर नोबल्स एकेडमी के पांच स्टूडेंट्स का चयन होने पर प्रबंधक रेवंतसिंह चौहान ने विद्यार्थियों व स्टाफ को बधाई दी।
 



ये हैं सिटी स्टार


किस्तूरा राम
पिता का नाम- साजन राम (कृषक)

रैंक- 135 (ओबीसी)

स्कूल- मयूर नोबल्स एकेडमी, बाड़मेर

पन्ना राम

पिता- प्रतापाराम (कृषक)

रैंक- 900 (ओबीसी)

स्कूल- मयूर नोबल्स एकेडमी, बाड़मेर

मीना चौधरी

पिता- हुकमाराम (अध्यापक)

रैंक- 529 (ओबीसी)

स्कूल- मयूर नोबल्स एकेडमी, बाड़मेर

सोहन सिंह

पिता का नाम- गुलाराम (व्यापार)

रैंक- 1100 (ओबीसी)

स्कूल- मयूर नोबल्स एकेडमी, बाड़मेर

ओमप्रकाश

पिता- केशाराम (कृषक)

रैंक- 1177 (ओबीसी)

स्कूल- मयूर नोबल्स एकेडमी, बाड़मेर

मयंक गनेशानी

पिता का नाम- डॉ. राजू मल गनेशानी (चिकित्सक)

रैंक- 57 (एससी)

स्कूल- एलेन कोचिंग, कोटा




बिंजासर के लाल को मिली डाक्टरेट की उपाधि

बाड़मेर  बिंजासर ग्राम के बाबू दान चारण को शिक्षा क्षेत्र में डाक्टरेट की उपाधि प्राप्त करने का गौरव हासिल हुआ है। जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर की ओर से शिक्षा के क्षेत्र में शोध करने पर उन्हें डाक्टरेट की उपाधि दी गई है। इन्होंने अपना शोध जोधपुर संभाग के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत शिक्षकों की व्यवसायिक संतुष्टि, शिक्षण प्रभावशीलता एवं व्यावसायिक दबाव का अध्ययन विषय पर शाह गोवद्र्धन लाल काबरा कॉलेज के व्याख्याता डॉ.भुपेंद्र सिंह के निर्देशन में पूरा किया। । चारण ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही प्राप्त की। इससे पूर्व चारण एम.ए., एम.एड व एमबीए (एचआर) की उपाधि प्राप्त कर चुके हैं। बिंजासर सरपंच ने बताया कि गांव के होनहार बाबू दान के डॉक्ट्रेट की उपाधि हासिल करने के पीछे शिक्षा के प्रति दृढ़ कौशल एवं आत्मविश्वास का प्रतिफल हैं। उनकी यह उपलब्धि बिंजासर गांव के लिए गर्व का विषय है। बिंजासर के प्रधानाध्यापक नरसिंह दान ने कहा कि बाबू दान को मिली उपाधि उसकी शिक्षा विद्वता एवं नवाचारों से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों को लाभान्वित करने की इच्छा का परिणाम हैं।

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