जाने क्या पिला दिया, हमें होश न रहा
मदुरै। स्वयंभू स्वामी नित्यानंद ने न जाने क्या पिला दिया कि हमें होश न रहा। उसके बाद हल्की बेहोशी का अहसास होने लगा। पश्चिमी संगीत की धुन पर विदेशी नागरिक और अनुयायी थिरकने लगे। यह सब किसी हॉरर फिल्म की कहानी नहीं बल्कि नित्यानंद और उनकी दो महिला सहयोगियों के खिलाफ दायर याचिका में पेश तथ्य हैं।
नित्यानंद और उनकी सहयोगी दो महिलाओं के खिलाफ अनैतिक गतिविधियों में संलिप्तता के संबंध में आपराधिक मामला दर्ज करने के लिए तमिलनाडु पुलिस को निर्देश देने के लिए मद्रास हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। हिंदू पीपल्स पार्टी के मदुरै जिले के अध्यक्ष एम सोलाई कन्नन ने मंगलवार शाम दायर याचिका में कहा कि वह और उनके दो मित्र गत 12 मई को मदुरै मठ गए थे। उन्होंने कहा कि स्वामी नित्यानंद ने उन्हें विशेष धार्मिक सम्मेलन में भाग लेने को कहा। इसके कुछ ही देर बाद उनके कुछ अनुयायी और एक अभिनेत्री के नेतृत्व में विदेशी नागरिक भी वहां आ गए।
याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया कि वहां मौजूद सभी लोगों को जल पीने को दिया गया जिसके बाद उन्हें बेहोशी सी महसूस होने लगी। पश्चिमी संगीत की धुन पर विदेशी नागरिक और अनुयायी थिरकने लगे। याचिका के अनुसार इसके बाद हाल में बिछाने के लिए चीते ही खाल और तकिए के रूप में इस्तेमाल करने के लिए हाथी दांत लाए गए। कन्नन ने कहा कि नित्यानंद और उनके अनुयायी आपत्तिजनक हरकतें करने लगे जिसके बाद वह और उनके साथी मठ के हाल से बाहर आ गए।
मदुरै। स्वयंभू स्वामी नित्यानंद ने न जाने क्या पिला दिया कि हमें होश न रहा। उसके बाद हल्की बेहोशी का अहसास होने लगा। पश्चिमी संगीत की धुन पर विदेशी नागरिक और अनुयायी थिरकने लगे। यह सब किसी हॉरर फिल्म की कहानी नहीं बल्कि नित्यानंद और उनकी दो महिला सहयोगियों के खिलाफ दायर याचिका में पेश तथ्य हैं।
नित्यानंद और उनकी सहयोगी दो महिलाओं के खिलाफ अनैतिक गतिविधियों में संलिप्तता के संबंध में आपराधिक मामला दर्ज करने के लिए तमिलनाडु पुलिस को निर्देश देने के लिए मद्रास हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। हिंदू पीपल्स पार्टी के मदुरै जिले के अध्यक्ष एम सोलाई कन्नन ने मंगलवार शाम दायर याचिका में कहा कि वह और उनके दो मित्र गत 12 मई को मदुरै मठ गए थे। उन्होंने कहा कि स्वामी नित्यानंद ने उन्हें विशेष धार्मिक सम्मेलन में भाग लेने को कहा। इसके कुछ ही देर बाद उनके कुछ अनुयायी और एक अभिनेत्री के नेतृत्व में विदेशी नागरिक भी वहां आ गए।
याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया कि वहां मौजूद सभी लोगों को जल पीने को दिया गया जिसके बाद उन्हें बेहोशी सी महसूस होने लगी। पश्चिमी संगीत की धुन पर विदेशी नागरिक और अनुयायी थिरकने लगे। याचिका के अनुसार इसके बाद हाल में बिछाने के लिए चीते ही खाल और तकिए के रूप में इस्तेमाल करने के लिए हाथी दांत लाए गए। कन्नन ने कहा कि नित्यानंद और उनके अनुयायी आपत्तिजनक हरकतें करने लगे जिसके बाद वह और उनके साथी मठ के हाल से बाहर आ गए।
इस नित्यानंदा का कहीं वीडियो है . यह तो धर्म के नाम पर कलंक है !
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