मंगलवार, 26 जून 2012

नहीं रूका गैस का रिसाव,लोग दहशत में



नहीं रूका गैस का रिसाव,लोग दहशत में


जयपुर। सिरसी रोड पर 200 फीट बायपास के निकट पांच्यावाला में आइसक्रीम फैक्ट्री से जहरीली गैस का रिसाव जारी है। गैस के रिसाव से इलाके में रहने वाले लोग दहशत में हैं। हालांकि पुलिस प्रशासन ने स्थिति काबू में होने का दावा किया है। मंगलवार सुबह 6 दमकलें मौके पर भेजी गई हैं। इलाके को एक बार फिर खाली करा लिया गया। घटना के बाद से फैक्ट्री मालिक ओम प्रकाश गोस्वामी (वैशाली नगर निवासी)फरार है।




पांच्यावाला में पूनम मार्केट के पास संगम फूड प्रोडक्ट (आइस फैक्ट्री) में सोमवार शाम सिलेंडर का वाल्व टूटने से अमोनिया गैस का रिसाव शुरू हो गया था।

सिलेंडर में करीब पांच सौ लीटर अमोनिया गैस थी। खतरे के मद्देनजर क्षेत्र के करीब दो सौ मकानों को खाली करवा लिया गया। रात्रि करीब साढ़े बारह बजे रिसाव कम होने पर लकड़ी का गुटका लगा कर वाल्व बंद कर दिया गया और क्षेत्रवासियों को घर लौटने की इजाजत दे दी गई।




दहशत में रात, हवा में दुर्गध

रिसाव की सूचना के साथ ही क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। जैसे ही प्रशासन ने आस-पास के मकान खाली करने के निर्देश दिए लोगों में दहशत और फैल गई। लोग घरों से दूर तो चले गए लेकिन उनके दिमाग से यह खतरा दूर नहीं हो सका। देर रात स्थिति काबू में देख प्रशासन ने लोगों को घर में आने को कह तो दिया, डर के साए में उन्होंने रात गुजारी। मौके पर मौजूद सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि गैस के कारण उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही है। इस अजीब गंध से जी मचलाने जैसी परेशानी भी हो रही है। इलाके के अन्य लोगों ने भी इस प्रकार की शिकायत की है।


मालिक के खिलाफ मामला दर्ज

रिहायसी इलाके में लापरवाही पूर्वक फैक्ट्री संचालन के मामले में पुलिस ने मालिक ओम प्रकाश गोस्वामी के विरूद्ध मामला दर्ज कर लिया है। रात्रि में घटना के बाद से वह मौके पर नहीं पहुंचा।







खराब हो सकता है श्वसन तंत्र

सवाई मानसिंह अस्पताल के आचार्य सीएल नवल के अनुसार अमोनिया गैस के संपर्क में रहने से श्वसन तंत्र पूरी तरह खराब हो सकता है। नर्वस सिस्टम पर असर पड़ने से शरीर के किसी भी अंग में लकवा तक हो सकता है।




अवैध है फैक्ट्री!

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह फैक्ट्री अवैध रूप से बनी हुई है। रिहायशी इलाके में फैक्ट्री का निर्माण गैरकानूनी है साथ ही यह हाईटेंशन लाइन के नीचे है। जानकारी यह भी है कि सिर्फ पचास गज की जमीन पर फैक्ट्री बनाई हुई और इसी दीवार से रिहायशी मकान सटे हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें