मंगलवार, 19 जून 2012

तलाक पर तकरार: पंचायत ने किया बायकॉट तो देवबंद ने जारी किया फतवा



मुजफ्फरनगर. इस्लामी संस्था दारूल उलूम, देवबंद ने फिर फतवा जारी किया है। लेकिन इस बार फतवा सीधे पंचायत के आदेश से टकरा रहा है। दारूल उलूम, देवबंद ने अपनी पत्नी को तलाक देने वाले पुरुष और उसके परिवार के सामाजिक बहिष्कार के एक समुदाय विशेष की पंचायत के फैसले की आलोचना करते हुए उसके खिलाफ फतवा दिया है।
 

फतवे में कहा गया है कि संबंधित व्यक्ति और उसके परिवार का सामाजिक बहिष्कार न सिर्फ गैर कानूनी है बल्कि इस्लाम के खिलाफ भी है। फतवे के मुताबिक पंचायत को ऐसे आदेश जारी करने का कोई हक नहीं है जो न सिर्फ शरियत कानूनों के खिलाफ हो बल्कि देश के कानून को भी तोड़ता हो। यह फतवा एक स्थानीय व्यक्ति के उस सवाल के जवाब में जारी किया गया है, जिसमें पूछा गया था कि पंचायत का आदेश सही है या नहीं? इस साल जनवरी में नंगला गांव की पंचायत ने एक शख्स और उसके परिवार के सामाजिक बहिष्कार का आदेश दिया था। मुस्लिम धर्म मानने वाले इस शख्स ने पिछले साल दिसंबर में अपनी पत्नी को तलाक दे दिया था।



गौरतलब है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा में समुदाय विशेष की पंचायतों के आदेश को लेकर अक्सर विवाद होता रहा है।

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