गुरुवार, 7 जून 2012

कॉलेजों में सेक्शन घटाने का विरोध


कॉलेजों में सेक्शन घटाने का विरोध


बाड़मेर राजकीय महाविद्यालयों में गत वर्ष बढ़ाए गए ग्रेजुएशन फस्र्ट ईयर के सेक्शन इस बार घटाए जाने को लेकर छात्र संगठनों व छात्रों ने इस आदेश का विरोध जताना शुरू कर दिया है। गुरुवार को आयोजित एबीवीपी से जुड़े कार्यकर्ताओं की बैठक में इसको थार के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया वहीं पीजी कॉलेज के छात्रों ने इसको लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।

एबीवीपी करेगी विरोध

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की बैठक बुधवार को जिला प्रमुख विजेंद्र गोदारा की अध्यक्षता में स्थानीय कार्यालय में आयोजित हुई। जिसमें महाविद्यालयों में सीट वृद्धि वापस लेने का विरोध जताने के साथ अन्य मुद्दों पर विचार-विमर्श कर व्यापक विरोध करने का निर्णय लिया गया। जिला संयोजक नरपत राज मूंढ़ ने बताया कि जिले के कॉलेजों में व्याप्त समस्याओं पर जनप्रतिनिधि व प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। इससे छात्र-छात्राओं का भविष्य बिगड़ रहा है। इसको लेकर गुरुवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा। बैठक में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य पूर सिंह राठौड़, जिला सह संयोजक गजेंद्रसिंह खारा, गिरधारीराम सेजू, भीखाराम कोशलू, नरपतसिंह गोदारा सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे। वहीं गुरुवार को पीजी कॉलेज में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने प्रवेश परामर्श केंद्र के माध्यम से नए प्रवेश लेने वाले छात्रों की सहायता की।

सेक्शन घटाने के बजाए बढ़ाने की जरूरत

इधर, पीजी कॉलेज के स्टूडेंट्स ने भोमसिंह बलाई, धर्मसिंह महाबार, शोभसिंह उंडखा के नेतृत्व में कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान को ज्ञापन देकर कॉलेज में 310 सीटें घटाने का विरोध जताया। ज्ञापन में बताया कि यहां सीटें बढ़ाने की आवश्यकता हैं, लेकिन गत वर्ष बढ़ाए गए सेक्शनों को घटा दिया गया। इससे यहां के कई छात्रों को उच्च शिक्षा में अध्ययन के लिए वंचित होना पड़ेगा। ज्ञापन में मांग की गई है कि जल्द ही गत वर्ष बढ़ाए गए सेक्शन को यथावत रखने व नए सेक्शन और स्वीकृत किए जाए, अन्यथा उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान बाबूसिंह झांफली, नरेंद्रसिंह खारा, गोपालसिंह वीदावत, हिंदूसिंह बलाई, भगवानसिंह दूधवा, जुंझारसिंह सुरा, रिड़मलसिंह भाटी, चिमनाराम मेघवाल, अयूब खां, चैनाराम परमार सहित कई छात्र मौजूद थे।






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