रविवार, 10 जून 2012

आम और ख़ास हें दाल बाटी ...कैसे बनाये देखिये

आम और ख़ास हें दाल बाटी ...कैसे बनाये देखिये 

मारवाड़ी लोगो का सबसे आम और फेवरेट खाना, दाल बाटी होता है। यह कैलोरी के मामले में बहुत ही ज्‍यादा होता है क्‍योंकि इसमें घी का बहुत प्रयोग किया जाता है। अगर राजस्‍थान में इसे सड़क किनारे खाएंगे तो यह आपको बहुत ही स्‍पाइसी लगेगा, लेकिन अगर इसे आप अपने घर पर बनाएंगे तो आप इसमें कम मिर्च-मसाला डाल कर बना सकते हैं। आइये बिना देर किये हुए बनाते हैं इस स्‍वादिष्‍ट दाल बाटी को।
सामग्री:
बाटी के लिए -

2 कप गेहूं का आटा
1 टेबलस्पून रवा
2 टेबल स्पून घी
नमक स्वादअनुसार

दाल के लिए -

1/2 कप हरी मूंग की दाल
1 चम्‍मच चना दाल
1 चम्‍मच घी
1/2 चम्‍मच गरम मसाला
1 चम्‍मच लाल मिर्च पाउडर
1 चम्‍मच घनिया पाउडर
1/4 चम्‍मच हल्दी पाउडर
आधा कटा नींबू
हरी घनिया कटी हुई
अदरक बारीक कटा हुआ
1/2 चम्‍मच जीरा व राई दाना
2 कप पानी

विधि:

दाल बनाने के लिए दोनों दालों को साथ में मिलाकर कुकर में डालें और नमक व हल्दी डालकर एक कप पानी के साथ उबालें। दूसरी ओर सभी मसालों को पेस्ट बनाने के लिए आधा कप पानी में डाल कर अच्‍छे से मिलाकर रख दें। अब एक कड़ाही में घी डालें व गर्म करें। सबसे पहले इसमें जीरा व सरसों दाना डालें। जब ये चटकने लगे तब बारीक कटा हुआ अदरक डालकर मसालों का पेस्ट मिलए। कुछ देर के लिए भूनें व उबली हुई दाल मिला दें। बाद में नींबू का रस मिलाएं। कटे हुए हरे घनिए से गार्निश करें।

बाटी बनाने के लिये गेहूं के आटे में रवा और घी को अच्छी तरह से मिलाएं। गर्म पानी से मिश्रण को एकदम कड़ा गूथ लें और छोटी छोटी लोई बना लें। तंदूर या ओवन को अच्छे से गर्म करें। फिर इसमें लोईयों को हल्की आंच पर तब तक भुनने दें जब तक कि यह ब्राउन न हो जाएं। अवन से निकालकर लोई को साफ कपड़े में रखकर हल्का सा दबाएं और इसे देसी घी में डुबोएं और फिर इससे निकालकर गर्मागर्म दाल के साथ परोसें।

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