नई दिल्ली .अंत्येष्टि, जुआ छोड़कर लगभग सभी तरह की सेवाओं पर एक जुलाई से सर्विस टैक्स लगेगा। सेवाकर के नए नियमों में सिर्फ 17 सेवाओं को ही नेगेटिव लिस्ट में शामिल किया गया है। इस सूची में शामिल सेवाओं पर सर्विस टैक्स नहीं लगेगा।
सरकार ने 'सेवाओं' का दायरा बढ़ाकर कई तरह की सेवाओं को इस टैक्स के दायरे में लाया है। वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने जारी बजट में नेगेटिव लिस्ट का प्रस्ताव किया था। बजट को राष्ट्रपति से मंजूरी मिल चुकी है। वित्त मंत्रालय के अनुसार सर्विस टैक्स के नए नियम एक जुलाई से लागू हो जाएंगे।
सर्विस टैक्स की दर भी दो प्रतिशत बढ़ाकर 12 प्रतिशत की गई है। सरकार ने वित्त वर्ष 2012-13 में सर्विस टैक्स से 1.24 लाख करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। सेवा क्षेत्र की देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 60 प्रतिशत तक हिस्सेदारी है। इस लिहाज से सरकार ने कई सेवाओं को इस कर के दायरे में लाने के लिए सर्विस टैक्स की परिभाषा का विस्तार किया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें