रविवार, 17 जून 2012

फिर आ गया है दया नायक 80 क्रिमिनल्स को मौत की नींद सुलाने वाला

 

मुंबई पुलिस के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट और सब इंस्पेक्टर दया नायक को साढ़े छह साल बाद बहाल कर दिया गया।


उन्हें आय से अधिक संपत्ति मामले में जनवरी 2006 में निलंबित किया गया था। महाराष्ट्र भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने उन्हें गिरफ्तार किया था। एक अदालत ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया था।

अक्टूबर 2009 में डीजीपी एसएस विर्क ने नायक के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। उनका तर्क था कि नायक के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य नहीं है। उनके खिलाफ लगाए सभी आरोप खारिज कर दिए थे। इससे नायक की बहाली का रास्ता खुल गया था।


पुलिस कमिश्नर ने मजिस्ट्रेट कोर्ट को एक पत्र लिखकर जानकारी दी थी कि नायक के खिलाफ चलने वाले केस में दम नहीं है। इसलिए उनके खिलाफ कोई मामला नहीं चल सकता है।


अत: वे फिर से बहाल होने के पात्र है। इसके साथ ही उन्हें स्थानीय हथियार शाखा में नियुक्ति दे दी गई। हालांकि भ्रष्टाचार के मामले में एसीबी ने नायक के दो दोस्तों और उनकी पत्नी कोमल को गिरफ्तार किया था।

मां के नाम खोला था एक करोड़ का स्कूल


1995 बैच के अधिकारी नायक ने करीब सात साल पहले अपनी मां की याद में कर्नाटक में एक स्कूल खोला है। जिसका उद्घाटन अमिताभ बच्चन ने किया था। स्कूल की लागत करीब एक करोड़ रुपए आई थी। एसीबी का आरोप है कि यह अवैध पैसा नायक ने कमाया था। जबकि नायक का कहना था कि उसे दान में मिला था। उसने दान देने वालों की सूची भी दी थी।

अस्सी अपराधियों को मार गिराया था

दया नायक ने 1995 में पुलिस फोर्स में शामिल होने के बाद करीब 80 अपराधियों को मार गिराया था। इसमें विनोद मटकर, रफीक डब्बा, सादिक कालिया जैसे कुख्यात अपराधी शामिल थे।

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