नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रपति चुनाव की तारीख और इसकी प्रक्रिया का मंगलवार को ऎलान कर दिया है। नवनियुक्त मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) वी.एस. सम्पत ने चुनाव तारीख की घोषणा करते हुए कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए 16 जून को अधिसूचना जारी होगी। 30 जून तक प्रत्याशी नामांकन दाखिल कर सकेंगे। 2 जुलाई को नामांकन पत्रों की जांच होगी तथा नाम वापसी की अंतिम तिथि 4 जुलाई रखी गई है। इसके बाद 19 जुलाई को मतदान होगा तथा 22 जुलाई को मतों की गिनती की जाएगी। मतगणना के बाद निर्वाचित राष्ट्रपति का नाम सामने आ जाएगा। ज्ञात हो कि राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है।सम्पत ने बताया कि चुनाव में सभी सांसद एवं विधायक मतदान में हिस्सा लेंगे। इन चुनावों में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन का इस्तेमाल नहीं होगा और यही कारण है कि नतीजा तत्काल सामने नहीं आएगा। राज्यसभा के महासचिव वी के अग्निहोत्री इस चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी होंगे और राज्यों में उप निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे।राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ में फिलहाल प्रणब मुखर्जी सबसे आगे चल रहे हैं। हालांकि कांग्रेस अभी आधिकरिक तौर पर चुप्पी साधे हुए है और उसने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता पी. ए. संगमा भी मैदान में कूद गए हैं। उन्हें तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का समर्थन मिल चुका है। उधर भाजपा की राय को दोहराते हुए पार्टी की नेता हेमा मालिनी ने एक बार फिर दोहराया है कि राष्ट्रपति पद पर कोई गैर राजनीतिक व्यक्ति ही होना चाहिए।
मंगलवार, 12 जून 2012
राष्ट्रपति चुनाव:19 को वोट,22 को काउंटिंग
नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रपति चुनाव की तारीख और इसकी प्रक्रिया का मंगलवार को ऎलान कर दिया है। नवनियुक्त मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) वी.एस. सम्पत ने चुनाव तारीख की घोषणा करते हुए कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए 16 जून को अधिसूचना जारी होगी। 30 जून तक प्रत्याशी नामांकन दाखिल कर सकेंगे। 2 जुलाई को नामांकन पत्रों की जांच होगी तथा नाम वापसी की अंतिम तिथि 4 जुलाई रखी गई है। इसके बाद 19 जुलाई को मतदान होगा तथा 22 जुलाई को मतों की गिनती की जाएगी। मतगणना के बाद निर्वाचित राष्ट्रपति का नाम सामने आ जाएगा। ज्ञात हो कि राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है।सम्पत ने बताया कि चुनाव में सभी सांसद एवं विधायक मतदान में हिस्सा लेंगे। इन चुनावों में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन का इस्तेमाल नहीं होगा और यही कारण है कि नतीजा तत्काल सामने नहीं आएगा। राज्यसभा के महासचिव वी के अग्निहोत्री इस चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी होंगे और राज्यों में उप निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे।राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ में फिलहाल प्रणब मुखर्जी सबसे आगे चल रहे हैं। हालांकि कांग्रेस अभी आधिकरिक तौर पर चुप्पी साधे हुए है और उसने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता पी. ए. संगमा भी मैदान में कूद गए हैं। उन्हें तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का समर्थन मिल चुका है। उधर भाजपा की राय को दोहराते हुए पार्टी की नेता हेमा मालिनी ने एक बार फिर दोहराया है कि राष्ट्रपति पद पर कोई गैर राजनीतिक व्यक्ति ही होना चाहिए।
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