देश हो गया है हाय हाय बेहाल
देश को कर दिया
हाय हाय कंगाल
देश हो गया है
ठन ठन गोपाल!
संसद जहाँ है पिसता
वहाँ कार्टून की चिंता
पर नेताओं को है कहाँ
क्षणिक भी मलाल –
देश हो गया है
हाय हाय बेहाल!
आलू पेट्रोल प्याज गैस
हालत देश के तैश-नैस
फैले हैंगे देश में
कितने ही बवाल –
देश हो गया है
हाय हाय बेहाल!
अपनी अपनी कब्र में
रो रहे बेसब्र हैं
देश की कश्ती तूफाँ से
लाये जो निकाल –
देश हो गया है
हाय हाय बेहाल!
डॉ. शर्मा
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