जयपुर.ज्यादती के मामले में आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर बीकानेर से आई 25 वर्षीय युवती को मुख्यमंत्री निवास पर सोमवार सुबह जनसुनवाई में सुरक्षा गाडरें ने घुसने नहीं दिया। वह सुबह पहुंच गई थी और गार्डो से दोपहर तक सीएम से मिलवाने की गुहार करती रही। आखिर दोपहर करीब 12:30 बजे वह सीएम हाउस के गेट पर बेहोश होकर गिर पड़ी।उसे एसएमएस अस्पताल के 3 एफ वार्ड में अज्ञात जहर के केस में भर्ती किया गया है। यूनिट हैड डॉ. रेणु सहगल ने बताया कि युवती को एंटी पॉयजन दवा दी गई है। खून के सैंपल लिए गए हैं। डॉक्टर का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ होगी। मुख्यमंत्री निवास पर जनसुनवाई में शामिल होने के लिए वह सोमवार सुबह 5:30 बजे ट्रेन से जयपुर आई थी। इसके बाद सीएम हाउस पहुंच गई।। जनसुनवाई शुरु होने पर पीड़िता ने अंदर जाने का प्रयास किया। तब मुख्य गेट पर तैनात सुरक्षा गार्डो ने उसे अंदर नहीं जाने दिया। काफी जद्दोजहद के बाद वह सीएम हाउस के बाहर बैठ गई। दोपहर करीब 12:30 बजे युवती की तबीयत अचानक बिगड़ गई। वह बेहोश होकर गिर पड़ी। विषाक्त पदार्थ खाने का अंदेशा : युवती को एसएमएस अस्पताल के 3 एफ वार्ड में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने उनके भर्ती टिकट में अज्ञात विषाक्त के सेवन से तबियत बिगड़ना बताया है। कंपाउंडर पर ज्यादती का आरोप प्रारंभिक पूछताछ में युवती ने बताया कि उसे पिछले दो वर्ष से पेट की बीमारी है। इसका इलाज पीबीएम अस्पताल, बीकानेर में चल रहा है। वह पिछले वर्ष 19 जून को अस्पताल में चैकअप कराने गई थी। वहां कंपाउंडर अजय स्वामी व उसके दो साथियों ने झांसा देकर ज्यादती की। पीड़िता ने बीकानेर के तत्कालीन एसपी के हस्तक्षेप के बाद आरोपियों के खिलाफ कोटगेट थाने में 24 जून को रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। छह बार आ चुकी है सीएम से मिलने, पर न्याय नहीं युवती ने बताया कि वह अब तक छह बार सीएम हाउस आ चुकी है। तीन बार उसने जनसुनवाई में सीएम से मिलकर न्याय की गुहार की। जबकि तीन बार उसे अधिकारियों ने मिलने नहीं दिया।इससे परेशान होकर वह सोमवार को फिर से जनसुनवाई में पहुंची। लेकिन, उसे बाहर रोक दिया गया।
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