सोमवार, 7 मई 2012

अधिकारी ढिलाई छोड़ें, योजनाबद्ध रूप से काम करें श्रीमती शुचि त्यागी


 अधिकारी ढिलाई छोड़ें, योजनाबद्ध रूप से काम करें श्रीमती शुचि त्यागी 


जिला कलक्टर ने अधिकारियों की बैठक में दिए कड़े निर्देश 


जैसलमेर, 7 मई/ जिला कलक्टर श्रीमती शुचि त्यागी ने विभागीय अधिकारियों से कहा है कि वे हर विभागीय गतिविधि की योजना बनाकर उसी के अनुरूप हर माह आनुपातिक लक्ष्य हासिल करें और इसके लिए सतत मोनिटरिंग करते रहें। 
जिला कलक्टर श्रीमती त्यागी ने सोमवार शाम जैसलमेर कलक्ट्री सभा कक्ष में पानीबिजली, लोक स्वास्थ्य तथा सम सामयिक हालातों की समीक्षा के लिए साप्ताहिक समीक्षा बैठक की अधयक्षता करते हुए यह निर्देश दिए। बैठक में परशासनिक अधिकारियों एवं विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया और विभागीय गतिविधियों तथा ज्वलन्त विषयों के समाधान के लिए सुझाव व जानकारी दी। 
बेवजह देरी की आदत बदलें 
जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे निमार्ण व योजनाओं से संबंधित कायोर्ं में अनावश्यक देरी न हो, इसके लिए समय पर निविदा परक्रिया का संपादन करें, स्वीकृत कायोर्ं को निधार्रित समय सीमा में पूर्ण करें तथा योजनाओं का पूरापूरा लाभ गरामीणों को पहुंचाएं। 
पानीबिजली के मामलों पर गंभीर रहें 
जिला कलक्टर ने पानी एवं बिजली से संबंधित अधिकारियों से कहा कि वे भीषण गमीर के वर्तमान दौर में गंभीर रहें तथा जहां कहीं कोई समस्या सामने आए, तत्काल इसका निराकरण कर जनता को राहत दें। इसके लिए विभागीय स्तर पर लिई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि जहां कहीं पानी की समस्या संभावित है इस बारे में तत्काल योजना बनाकर जनता को राहत के बेहतर बंदोबस्त करें। 
अंतिम तिमाही का इंतजार न करें 
जिला कलक्टर ने परिवार कल्याण के लक्ष्यों की पराप्ति के लिए अंतिम तिमाही का इंतजार नहीं करते हुए मासिक लक्ष्य आवंटन अभी से सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभागीय अधिकारियों से कहा कि वे गरामीण क्षेत्र में कार्यरत अपने कार्मिकों को लक्ष्य दें तथा लापरवाह कार्मिकों के खिलाफ कार्यवाही करें। इसके लिए ब्लाक एवं जिलास्तरीय अधिकारियों को चाहिए कि वे निरन्तर मोनिटरिंग करें। इसी परकार दूसरे विभागों को भी लक्ष्य देने के लिए उन्होंने कहा। 
संस्थागत परसवों को ब़ावा दें 
श्रीमती त्यागी ने संस्थागत परसवों में कम उपलब्धि पर चिंता जाहिर की और विभागीय अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि गराम्यांचलों में एएनएम, आशा, सहयोगिनियों आदि को पेररित करें और इनका सहयोग लेते हुए संस्थागत परसव को ब़धा वा दें। इसी परकार मलेरिया से बचाव के लिए छिड़काव कराने के लिए भी निर्देश दिए गए। इन दोनों गतिविधियों में महिला एवं बाल विकास विभाग की भी सशक्त भागीदारी के लिए उन्होंने हिदायत दी। 
लंबित कार्य निपटाएं 
जिला कलक्टर ने सभी संबंधित विभागों से कहा कि वे जिला परिषद से सतत समन्वय स्थापित रखते हुए गरामीण विकास योजनाओं को गति दें। ख़ासकर लम्बित समस्याओं और योजनाओं पर निर्णायक कार्यवाही करें। 
अधिकारी दौरों पर जोर दें 
जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने अधिकारियों से कहा कि वे दफ्तरों में बंद कमरों में बैठने की बजाय क्षेत्र में भरमण पर ज्यादा धयान दें और निरन्तर विभागीय गतिविधियों एवं लाभों का निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण करें ताकि जनता तक सरकारी योजनाओं का पूरापूरा लाभ संवहित हो सके। इसके लिए फील्ड स्टाफ को भी सक्रिय एवं जागरुक बनाने पर उन्होंने जोर दिया। 
किसानों को दें परोत्साहन 
जिला कलक्टर ने कृषि विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में किसानों को खेतीबाड़ी के लिए परोत्साहित करते हुए उन्हें खादबीज एवं ऊर्वरकों के लिए स्थानीय स्तर पर बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराएं। इसके साथ ही उन्होंने जिले में निरन्तर पसरते जा रहे कृषि उत्पादों को देखते हुए इनके विपणन के वैकल्पिक परबन्ध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में जिले की वर्तमान स्थितियों पर व्यापक विचारविमर्श किया गया। 
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