आईओसी प्लांट में आग,दो झुलसे
जयपुर। जयपुर में इण्डियन ऑयल कम्पनी के बोटलिंग प्लांट में सोमवार को आग लगने से दो कर्मचारी झुलस गए। दोनों को महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है, लेकिन अपुष्ट सूत्रों के मुताबिक टैंकर से गैस निकालते समय चिंगारी निकलने से आग लग गई।
पाइप फटने से लगी आग
सूत्रों के मुताबिक सुबह करीब दस बजे प्लांट के टैंक से टैंकर में गैस भरते समय प्रेशर के कारण पाइप हट गया, जिससे आग लग गई। मौके पर मौजूद वाहन चालक अनिल पांडे व वीरेंद्र आग की चपेट में आकर झुलस गए। आग की सूचना के बाद अग्निशमन विभाग ने तीन दमकलें मौके पर भिजवाई लेकिन प्रबंधन ने उन्हें रिहर्सल का हवाला देकर अंदर नहीं जाने दिया।
सिविल डिफेंस वालों को भी बाहर ही रोक दिया गया। मुख्य अग्निशमन अधिकारी आईएल जाट ने बताया कि आईओसी प्रशासन ने रिहर्सल का नाम लेकर दमकलों को बाहर ही रोक दिया था। बाद में आईओसी प्रबंधन ने अपने संसाधनों से आग पर काबू पा लेने की बात कही।
सप्ताह भर से खराब था वाल्व
सूत्रों के अनुसार गैस टैंक से टैंकर में गैस डालने के दौरान उपयोग में लिया जाने वाला वाल्व काफी टाइम से खराब था। आईओसी प्रशासन का कोई भी व्यक्ति गैस फिलिंग का कार्य नहीं करता था। टैंकर के चालक व खलासी ही वाल्व से पाइप अटैच कर गैस भरते थे। चालकों ने इस संबंध में आईओसी प्रशासन को शिकायत भी की थी।
जयपुर। जयपुर में इण्डियन ऑयल कम्पनी के बोटलिंग प्लांट में सोमवार को आग लगने से दो कर्मचारी झुलस गए। दोनों को महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है, लेकिन अपुष्ट सूत्रों के मुताबिक टैंकर से गैस निकालते समय चिंगारी निकलने से आग लग गई।
पाइप फटने से लगी आग
सूत्रों के मुताबिक सुबह करीब दस बजे प्लांट के टैंक से टैंकर में गैस भरते समय प्रेशर के कारण पाइप हट गया, जिससे आग लग गई। मौके पर मौजूद वाहन चालक अनिल पांडे व वीरेंद्र आग की चपेट में आकर झुलस गए। आग की सूचना के बाद अग्निशमन विभाग ने तीन दमकलें मौके पर भिजवाई लेकिन प्रबंधन ने उन्हें रिहर्सल का हवाला देकर अंदर नहीं जाने दिया।
सिविल डिफेंस वालों को भी बाहर ही रोक दिया गया। मुख्य अग्निशमन अधिकारी आईएल जाट ने बताया कि आईओसी प्रशासन ने रिहर्सल का नाम लेकर दमकलों को बाहर ही रोक दिया था। बाद में आईओसी प्रबंधन ने अपने संसाधनों से आग पर काबू पा लेने की बात कही।
सप्ताह भर से खराब था वाल्व
सूत्रों के अनुसार गैस टैंक से टैंकर में गैस डालने के दौरान उपयोग में लिया जाने वाला वाल्व काफी टाइम से खराब था। आईओसी प्रशासन का कोई भी व्यक्ति गैस फिलिंग का कार्य नहीं करता था। टैंकर के चालक व खलासी ही वाल्व से पाइप अटैच कर गैस भरते थे। चालकों ने इस संबंध में आईओसी प्रशासन को शिकायत भी की थी।
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