संसद में विरासत संरक्षण की गूंज
जालोर। अनुपम वास्तुशिल्प एवं ऎतिहासिक महत्व को संजोकर रखने वाले स्वर्णगिरि दुर्ग के संरक्षण की मांग संसद में भी उठी। स्वर्णगिरि दुर्ग ने प्राचीन समय में भले ही दुश्मनों का डटकर मुकाबला किया हो, लेकिन वर्तमान में प्रशासनिक उदासीनता की भेंट चढ़ रहा है।
एक समय था जब यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता था। आज वही विरासत अतीत के आंसू बहा रही है। बिखर रहे वैभव को बचाने के लिए राजस्थान पत्रिका की ओर से संकट में विरासत अभियान के तहत समाचार दिए जा रहे हैं। जिस पर जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने जालोर के स्वर्णगिरि दुर्ग का विकास करने की मांग लोकसभा में उठाई।
सांसद पटेल ने बताया कि बरसों से उपेक्षा का शिकार है। उन्होंने कहा कि इस दुर्ग को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाए तो यह दुर्ग विश्व में प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बनकर उभर सकता हैं। उन्होंने जालोर के ऎतिहासिक दुर्ग के सौन्दर्यकरण व इसके संरक्षण की मांग की।
जालोर। अनुपम वास्तुशिल्प एवं ऎतिहासिक महत्व को संजोकर रखने वाले स्वर्णगिरि दुर्ग के संरक्षण की मांग संसद में भी उठी। स्वर्णगिरि दुर्ग ने प्राचीन समय में भले ही दुश्मनों का डटकर मुकाबला किया हो, लेकिन वर्तमान में प्रशासनिक उदासीनता की भेंट चढ़ रहा है।
एक समय था जब यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता था। आज वही विरासत अतीत के आंसू बहा रही है। बिखर रहे वैभव को बचाने के लिए राजस्थान पत्रिका की ओर से संकट में विरासत अभियान के तहत समाचार दिए जा रहे हैं। जिस पर जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने जालोर के स्वर्णगिरि दुर्ग का विकास करने की मांग लोकसभा में उठाई।
सांसद पटेल ने बताया कि बरसों से उपेक्षा का शिकार है। उन्होंने कहा कि इस दुर्ग को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाए तो यह दुर्ग विश्व में प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बनकर उभर सकता हैं। उन्होंने जालोर के ऎतिहासिक दुर्ग के सौन्दर्यकरण व इसके संरक्षण की मांग की।
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