बुधवार, 16 मई 2012

वायुसेना स्टेशन के काम ठप्प हवाबाजों के सूखे हलक .....

वायुसेना स्टेशन के काम ठप्प हवाबाजों के सूखे हलक ........

सीधा असर ऑपरेशनल एक्टिविटीज पर
दुर्ग सिंह राजपुरोहित बाड़मेर

पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े सामरिक वायुसैन्य क्षेत्र उत्तरलाई में सरकारी उदासीनता के कारण वायुसेना के ऑपरेशनल क्रियाकलाप ठप्प पड़े हैं और आवश्यक जलापूर्ति का मात्र पच्चीस फीसदी पानी ही उपलब्ध हो पा रहा हैं जिसके कारण वायुसेना ने बाड़मेर प्रशासन से गुहार की हैं कि जलापूर्ति बढाई जाए ! दरअसल उत्तरलाई वायुसेना स्टेशन में 4 .47 लाख गैलन पानी प्रतिदिन चाहिए लेकिन इसके बनिस्पत मात्र 1 .2 लाख गैलन पानी ही इन्हें मिल रहा हैं , मतलब 74 .33 प्रतिशत पानी की कम सप्लाई ! इसका सबसे बड़ा नुकसान वायुसेना की ऑपरेशनल गतिवधियां ठप्प हो जाने से हो रहा हैं ! फायर प्रेक्टिस , वायुयान और रडार सफाई में सबसे ज्यादा पानी की आवश्यकता रहती हैं लेकिन लगातार पानी की बढती कमी के कारण ये काम प्रभावित ही नहीं बल्कि लगभग ठप्प होने के कगार पर हैं ! वायुसेना स्टेशन उत्तरलाई में करीब पांच हजार वायुसैनिको के परिवार रहते हैं वर्तमान जलापूर्ति इन परिवारों के लिए भी पूरी नहीं हो पा रही हैं ऐसे में वायुसेना स्टेशन के अधिकारियो ने बाड़मेर जिला प्रशासन को पत्र लिख कर जलापूर्ति बढाने की गुहार की हैं ! जबकि जिला प्रशासन ने मात्र ढाई लाख गैलन पानी प्रतिदिन सप्लाई करने पर सहमती जताई हैं ऐसे में बड़ा जल संकट राजस्थान के इस महत्वपूर्ण सामरिक ठिकाने पर गहराया हुआ हैं ! यही नहीं एयरफोर्स ने पानी नहीं देने के कारण पर जिला प्रशासन के तर्क विद्युत समस्या के एवज में जनरेटर देने की भी बात कही हैं लेकिन फिर भी प्रशासन इनकी मांग के अनुरूप पानी सप्लाई देने में परेशानी का अनुभव कर रहा हैं ! जिला प्रशासन ने इस समस्या ने निपटने के लिए टैंकरों से जलापूर्ति का सुझाव भी दिया हैं लेकिन वायुसेना स्टेशन में स्टोरेज की कोई सुविधा नहीं हैं इसका सीधा असर ऑपरेशनल एक्टिविटीज पर पड़ रहा हैं और इस से निपटने के लिए कोई रणनीति वायुसेना और प्रशासन के पास नहीं हैं ! हालांकि जिला कलेक्टर डॉ वीणा प्रधान ने फिलहाल ढाई लाख गैलन पानी की जलापूर्ति प्रतिदिन करने के आदेश दे दिए हैं !
क्या हैं वास्तविकता
दो लाख गैलन पानी से ज्यादा सप्लाई सम्भव नहीं हैं क्यूंकि उत्तरलाई के लिए जो पाइप लाइन बिछी हुई हैं उसी लाइन से आस पास की दर्जनों ढाणियों-बस्तियों के लिए भी जलापूर्ति होती हैं ऐसे में ढाई लाख गैलन पानी की जलापूर्ति नहीं हो सकती !
क्या कहती हैं कलेक्टर
बाड़मेर जिला कलेक्टर डॉ वीणा प्रधान के अनुसार प्रशासन ने वायुसेना के पत्र के बाद जिला प्रशासन ने हरसम्भव जलापूर्ति बढाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं और फिलहाल ढाई लाख गैलन पानी की आपुर्ति प्रतिदिन करने के आदेश दे दिए गए हैं !

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