नरेगा कार्यों के फोटोग्राफ वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश
बाड़मेर, 16 मई। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत पण्ू ार्/प्रगतिरत कार्यो ं के फोटोग्राफ
एमआईएस फीडिंग के जरिए वेबसाइट पर अपलोड करवाने के निर्दो आयुक्त एवं ासन
सचिव ईजीएस ने जारी किए है।
जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलेक्टर डा.वीणा प्रधान ने बताया कि महात्मा
गांधी नरेगा योजना की तकनीकी मार्गदिर्का 2010 के पैरा 18 पर कार्यो ं की फोटो सध्ं ारित
करने की प्रकि्रया का उल्लेख है। इसक े अनुसार कार्यो ं की कम स े कम तीन स्तर पूर्व,मध्य एवं
अंतिम स्थिति को दार्ने वाली रंगीन फोटो तीन प्रतियों में कार्यकारी संस्था द्वारा ली जाएगी।
इसी तरह अपना खेत अपना काम योजना के लाभार्थी की भूमि की वस्तुस्थिति का दिनांकित
फोटोग्राफ कार्य प्रारंभ करने से पूर्व, प्रगति के दौरान एवं पूर्ण होने पर आवयक रूप से लिया
जाए। इसको उपयोगिता/कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र के साथ संलग्न करना होगा। इन फोटोग्राफ
को नरेगा की वेबसाइट पर भी अपलोड करने के निर्दो दिए गए है।
सिणधरी में 96 लाख के कार्य स्वीकृत
बाड़मेर, 16 मई। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत सिणधरी पंचायत समिति की नोसर एवं
नेहरो की ाणी में 96.59 लाख के विकास कार्य स्वीकृत किए गए है।
जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलेक्टर डा.वीणा प्रधान ने बताया कि नोसर
ग्राम पंचायत में ग्रेवल सड़क निर्माण जूना सोमेसरा से चांदेसरा सीमा तक के लिए 34.99
लाख, नेहरो की ाणी ग्राम पंचायत में ग्रेवल सड़क खुडाला रोड़ से भाटाला सरहद तक 4.5
किमी के लिए 46.21 लाख एव ं ग्रेवल सड़क भाभूआं े की बेरी स े सारणों की ाणी तक अपूर्ण
1.5 किमी के लिए 15.39 लाख की स्वीकृति जारी की गई है।
षौचालय निर्माण के लिए नरेगा से मिलेंगे 4500
बाड़मेर, 16 मई। महात्मा गांधी नरेगा योजना के साथ कन्र्वजेंस कर संपूर्ण स्वच्छता अभियान
के तहत व्यक्तिगत षौचालय निर्माण के लिए अब अधिकतम 4500 रूपए की स्वीकृति जारी
की जाएगी। अब तक इस कार्य की अधिकतम स्वीकृति 1190 रूपए की जा सकती थी।
जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलेक्टर डा.वीणा प्रधान ने बताया कि केन्द्र
सरकार द्वारा 10 मई को जारी किए गए नए दिनिर्दोां े के अनुसार व्यक्तिगत षौचालय
निर्माण के लिए 20 मानव दिवस तक अकुाल श्रम एवं 6 मानव दिवस तक कुाल श्रम
उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था की गई है। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत प्रति व्यक्तिगत
षौचालय पर कुल व्यय 4500 रूपए स े अधिक नहीं होगा। प्रधान के मुताबिक पवू र मं े
योजनान्तर्गत कार्य की अधिकतम स्वीकृति 1190 तक की जा सकती थी। वर्तमान में इसे
बाकर अधिकतम 4500 रूपए कर दिया गया है। यह वृद्वि दस प्रतित से अधिक होने के
कारण तकनीकी मार्गदिर्का के अनुसार सांोधित तकनीकी स्वीकृति जारी किए जाने का
अधिकार मूल तकनीकी स्वीकृति जारी करने वाले से उच्च तकनीकी अधिकारी द्वारा किए जाने
के प्रावधान में छूट दी गई है। इसकी सांोधित स्वीकृति मूल तकनीकी स्वीकृति अधिकारी से
करने की अनुमति प्रदान की गई है।
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