जादुई कांच से ठगे २.८९ करोड़ रु. खेत में मिले
जयपुर के प्रॉपर्टी डीलर से जोधपुर में ठगे थे ६ करोड़, मास्टरमाइंड फौजी ने नोटों से भरा सूटकेस और बैग धोरों में दबा रखा था, दो गिरफ्तार, कोलकाता का शातिर ठग पकड़ से बाहर
जोधपुर 'सब कुछ' दिखाने वाला 'जादुई कांच' दिखा कर जयपुर के प्रॉपर्टी डीलर से करीब छह करोड़ की ठगी के मामले में डांगियावास पुलिस ने रविवार को 2.89 करोड़ रुपए बरामद कर लिए हैं। गिरोह के मास्टर माइंड फौजी हुकुमसिंह ने नोटों से भरा सूटकेस और बैग जैसलमेर के सांकड़ा थाना क्षेत्र में अपने खेत के धोरों में दबा रखा था। फौजी के अलावा एक अन्य आरोपी गिरफ्तार हुआ है, मगर जादुई कांच लाने वाला कोलकाता का शातिर ठग अभी पकड़ में नहीं आया है। ठगी के पैसों का बंटवारा फौजी के भाई नाथूसिंह ने किया था। उसने आधे रुपए भाई को दिला दिए, शेष रुपए अन्य 11 आरोपियों में बांट दिए। इसमें से अधिकांश हिस्सा कोलकाता का ठग ले गया है।
21 करोड़ में हुआ था सौदा
२८ मार्च, २०१२ को जयपुर के प्रॉपर्टी व्यवसायी मोहम्मद चिराग खां इस गिरोह के झांसे में आए। उन्होंने कांच का सौदा 21 करोड़ में तय किया। जयपुर के प्रताप नगर स्थित ओबीसी बैंक से 6.10 करोड़ रु. निकाल कर हुकुमसिंह को दे दिए। उन्हें न कांच मिला न पैसे। एक अप्रैल को चिराग ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। ठगी के रुपयों का बंटवारा सभी 12 आरोपियों ने कर लिया।
अब पुलिस को लगभग 3 करोड़ रु. और बरामद करने हैं। हुकुमसिंह व ओमाराम 24 अपै्रल तक पुलिस रिमांड पर है।
पहले खुद ठगा गया, फिर ठगी करने लगा
मास्टर माइंड फौजी हुकुमसिंह 2007 में कोलकाता में सेना की सप्लाई कोर की 522 यूनिट में पोस्टेड था। उस वक्त शातिर ठग संजय सिंह ने यही कांच दिखा कर उससे 5 लाख रुपए ठग लिए थे। सेना में होने के कारण उसने संजय को पकड़ लिया, मगर संजय ने पैसे नहीं लौटाए। उसने हुकुम सिंह को यह गोरखधंधा सिखा कर करोड़ों रुपए कमाने का लालच दिया। तब से हुकुम सिंह भी ठग गिरोह में शामिल हो गया। संजय लंबे समय से ठगी कर रहा है, उसके खिलाफ कोलकाता में मुकदमे भी दर्ज हैं।
जयपुर के प्रॉपर्टी डीलर से जोधपुर में ठगे थे ६ करोड़, मास्टरमाइंड फौजी ने नोटों से भरा सूटकेस और बैग धोरों में दबा रखा था, दो गिरफ्तार, कोलकाता का शातिर ठग पकड़ से बाहर
जोधपुर 'सब कुछ' दिखाने वाला 'जादुई कांच' दिखा कर जयपुर के प्रॉपर्टी डीलर से करीब छह करोड़ की ठगी के मामले में डांगियावास पुलिस ने रविवार को 2.89 करोड़ रुपए बरामद कर लिए हैं। गिरोह के मास्टर माइंड फौजी हुकुमसिंह ने नोटों से भरा सूटकेस और बैग जैसलमेर के सांकड़ा थाना क्षेत्र में अपने खेत के धोरों में दबा रखा था। फौजी के अलावा एक अन्य आरोपी गिरफ्तार हुआ है, मगर जादुई कांच लाने वाला कोलकाता का शातिर ठग अभी पकड़ में नहीं आया है। ठगी के पैसों का बंटवारा फौजी के भाई नाथूसिंह ने किया था। उसने आधे रुपए भाई को दिला दिए, शेष रुपए अन्य 11 आरोपियों में बांट दिए। इसमें से अधिकांश हिस्सा कोलकाता का ठग ले गया है।
21 करोड़ में हुआ था सौदा
२८ मार्च, २०१२ को जयपुर के प्रॉपर्टी व्यवसायी मोहम्मद चिराग खां इस गिरोह के झांसे में आए। उन्होंने कांच का सौदा 21 करोड़ में तय किया। जयपुर के प्रताप नगर स्थित ओबीसी बैंक से 6.10 करोड़ रु. निकाल कर हुकुमसिंह को दे दिए। उन्हें न कांच मिला न पैसे। एक अप्रैल को चिराग ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। ठगी के रुपयों का बंटवारा सभी 12 आरोपियों ने कर लिया।
अब पुलिस को लगभग 3 करोड़ रु. और बरामद करने हैं। हुकुमसिंह व ओमाराम 24 अपै्रल तक पुलिस रिमांड पर है।
पहले खुद ठगा गया, फिर ठगी करने लगा
मास्टर माइंड फौजी हुकुमसिंह 2007 में कोलकाता में सेना की सप्लाई कोर की 522 यूनिट में पोस्टेड था। उस वक्त शातिर ठग संजय सिंह ने यही कांच दिखा कर उससे 5 लाख रुपए ठग लिए थे। सेना में होने के कारण उसने संजय को पकड़ लिया, मगर संजय ने पैसे नहीं लौटाए। उसने हुकुम सिंह को यह गोरखधंधा सिखा कर करोड़ों रुपए कमाने का लालच दिया। तब से हुकुम सिंह भी ठग गिरोह में शामिल हो गया। संजय लंबे समय से ठगी कर रहा है, उसके खिलाफ कोलकाता में मुकदमे भी दर्ज हैं।
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