अजीतगढ़.कस्बे की नारायण विहार कॉलोनी में रहने वाली एक अध्यापिका ने श्रीमाधोपुर बीईईओ (ब्लॉक शिक्षा अधिकारी) व एक शिक्षक पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। अध्यापिका तेजश्वरी पत्नी मुरलीधर बलाई का आरोप है कि उसे लगातार प्रताड़ित कर यौन शोषण के लिए मजबूर करने की कोशिश की जा रही है। अध्यापिका की शिकायत पर बीईईओ व शिक्षक के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्जकर लिया है। हालांकि बीईईओ ने मामला निराधार बताया है।
पुलिस के मुताबिक शिक्षिका राजकीय बालिका उप्रावि में पढ़ाती है। उसका आरोप है कि श्रीमाधोपुर बीईईओ साधुराम सैनी व आसपुरा छोटा स्थित राप्रावि में पढ़ाने वाले शिक्षक ईश्वरलाल रैगर करीब आठ महीने से अनावश्यक तौर पर परेशान कर रहे हैं। उसे परेशान करके यौन शोषण के लिए मजबूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
इसी वजह से उसका तबादला भी आसपुरा छोटा से दूसरी जगह किया गया है। एफआईआर में उल्लेख किया है कि वह पहले कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत कर चुकी है, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। थानाप्रभारी हरपालसिंह राठौड़ का कहना है कि प्राथमिकी दर्ज कर ली है। मामले की सच्चाई जानने के लिए पड़ताल शुरू कर दी है।
ग्रामीणों की शिकायत पर हुआ था तबादला : बीईईओ
श्रीमाधोपुर बीईईओ साधुराम का कहना है सभी आरोप निराधार हैं। शिक्षिका आसपुरा में लगी हुई थी। ग्रामीणों की तरफ से लगातार शिकायत मिलने पर जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच करके स्थानांतरण के आदेश दिए थे। फिर शिक्षिका से तबादले की इच्छित जगह पूछी गई थी। उसकी लिखित इच्छा पर गढ़टकनेत की राबाउप्रावि में पांच जनवरी के बाद लगाया गया।
पुलिस के मुताबिक शिक्षिका राजकीय बालिका उप्रावि में पढ़ाती है। उसका आरोप है कि श्रीमाधोपुर बीईईओ साधुराम सैनी व आसपुरा छोटा स्थित राप्रावि में पढ़ाने वाले शिक्षक ईश्वरलाल रैगर करीब आठ महीने से अनावश्यक तौर पर परेशान कर रहे हैं। उसे परेशान करके यौन शोषण के लिए मजबूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
इसी वजह से उसका तबादला भी आसपुरा छोटा से दूसरी जगह किया गया है। एफआईआर में उल्लेख किया है कि वह पहले कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत कर चुकी है, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। थानाप्रभारी हरपालसिंह राठौड़ का कहना है कि प्राथमिकी दर्ज कर ली है। मामले की सच्चाई जानने के लिए पड़ताल शुरू कर दी है।
ग्रामीणों की शिकायत पर हुआ था तबादला : बीईईओ
श्रीमाधोपुर बीईईओ साधुराम का कहना है सभी आरोप निराधार हैं। शिक्षिका आसपुरा में लगी हुई थी। ग्रामीणों की तरफ से लगातार शिकायत मिलने पर जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच करके स्थानांतरण के आदेश दिए थे। फिर शिक्षिका से तबादले की इच्छित जगह पूछी गई थी। उसकी लिखित इच्छा पर गढ़टकनेत की राबाउप्रावि में पांच जनवरी के बाद लगाया गया।
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