रविवार, 26 फ़रवरी 2012

जीरावल व रेवदर में 4 दुकानों और दांतराई के 2 मकानों से लाखों के सामान के साथ 41 हजार रुपए की चोरी



जीरावल व रेवदर में 4 दुकानों और दांतराई के 2 मकानों से लाखों के सामान के साथ 41 हजार रुपए की चोरी
छह जगह चोरी की वारदात

रेवदर.रेवदर में मोबाइल की दुकान सहित जीरावल में तीन दुकानों तथा दांतराई गांव के दो सूने मकानों के ताले तोड़कर चोर शुक्रवार रात लाखों रुपए कीमत का सामान चुरा ले गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी है। दूसरी तरफ, लोगों ने कस्बे सहित क्षेत्र में बढ़ रही चोरी की वारदातों को लेकर कस्बे के ठाकुरजी मंदिर में एकत्रित हुए एवं आक्रोश जताया।

थानाधिकारी चंपालाल मेघवाल ने बताया कि रेवदर निवासी महेश कुमार पुत्र देवाराम पुरोहित ने रिपोर्ट देकर बताया कि बस स्टैंड के पास उसकी हंसराज मोबाइल शॉप पर शुक्रवार रात को ताला लगाकर वह घर गया था। शनिवार सुबह जब दुकान पहुंचा तो पता चला कि चोरों ने दुकान का ताला तोड़ कर करीब 60 मोबाइल सहित कम्प्यूटर सेट तथा अन्य औजार चुरा ले गए। उधर, जीरावल गांव में सिद्धराज लोढ़ा की गोगाजी किराणा दुकान में रखा किराणा का सामान तथा गल्ले में रखे 20 हजार रुपए चुरा ले गए। समीप ही दूसरी दुकान जय गोगाजी किराणा की दुकान से चोर ताला तोड़ कर करीब छह हजार रुपए कीमत का सामान चुरा ले गए। उसके पास की तीसरी दुकान का ताला चोरों ने तोड़ा, लेकिन वहां उन्हें कुछ नहीं मिला। सुबह लोगों को जानकारी मिलने पर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।



आग से बचाव का जीवंत प्रदर्शन



नगरपालिका की फायर ब्रिगेड एवं आबूरोड अस्पताल की एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची

हिंदुस्तान पेट्रोलियम लिमिटेड की मॉक ड्रिल

आबूरोड

समीपवर्ती मुदरला में एचपीसीएल की पाइप लाइन में शनिवार को अचानक लीकेज हो गया। लीकेज की सूचना कंट्रोल रूम से स्थानीय प्रशासन व अन्य औद्योगिक इकाइयों को दी गई, जिससे हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही इंडियन ऑयल, गेल इंडिया, भंसाली पॉलीमर्स, मॉडर्न इंसुलेटर सहित अन्य औद्योगिक इकाइयों के अधिकारियों व कर्मचारी मौके पर पहुंचे तथा हादसे पर काबू पाया। यह कार्रवाई हिंदुस्तान पेट्रोलियम लिमिटेड की ओर आपदा के समय किए जाने वाले प्रबंधों को जांचने के लिए की गई। इस दौरान सूचना मिलने पर कंट्रोल रूम से स्थानीय प्रशासन व अन्य औद्योगिक इकाइयों को आपदा प्रबंधन की सहायता के लिए संदेश भेजने के साथ विभाग के फायर फाइटर व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने मौके पर जमा भीड़ को हटाने के प्रयास किए व बीड़ी, माचिस सहित ज्वलनशील वस्तुओं को घटना स्थल से दूर रखने की चेतावनी दी। इसके बाद अचानक आग लग जाने पर एचपीसीएल व गेल इंडिया की फायर ब्रिगेड ने वहां पहुंच कर आग पर नियंत्रण पा लिया। घटना में आग पर नियंत्रण के बाद सभी विभागों के अधिकारियों ने बचाव कार्यों की समीक्षा की, जिसे उन्होंने संतोषजनक बताया। इस मौके पर यूआईटी सचिव जगवीर सिंह, तहसीलदार रघुवीर दयाल मीणा, थानाधिकारी शहर, थानाधिकारी सदर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

मॉक ड्रिल के समय दिखी खामियां : घटना की जानकारी मिलने के बाद नगरपालिका आबूरोड की फायर ब्रिगेड घटनास्थल पर नहीं पहुंची। इसी तरह आग पर नियंत्रण के दौरान ग्रामीणों को सावधानियों की जानकारी देते समय पाइप लाइन पर लगे बोर्ड पर सूचना व फोन नंबर भी अंकित नहीं थे। ऐसे में आम आदमी कहां सूचित करे, यह बड़ी खामी रही। इसी तरह आबूरोड अस्पताल की एंबुलेंस भी घटनास्थल पर नहीं दिखी। ऐसे में शहर की बड़ी दुर्घटना में यह आपातकालीन सेवाएं नाकारा सिद्ध होंगी।

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