लौटा दी दो दूल्हों की बारात
राड़ावास। शाहपुरा के शिवसिंहपुरा में दहेज को लेकर हुए विवाद के बाद वधू पक्ष ने दो दूल्हों की बारात लौटा दी। दोनों दुल्हनों के लिए दूसरे वर तलाश कर उन्हें विदा किया गया। छारसा निवासी जगदीश प्रसाद व देवी सहाय के बेटों जय व संदीप का विवाह शिवसिंहपुरा निवासी फूलचंद की दो बेटियों जया व संगीता के साथ तय हुआ था। शुक्रवार शाम 5 बजे बारात पहुंची व विवाह की कुछ रस्में भी हो गईं। फेरों के समय दोनों पक्षों में दहेज को लेकर विवाद हो गया। वधू पक्ष ने वर पक्ष पर दहेज में अल्टो की जगह बोलेरो मांगने का आरोप लगाया। वहीं, वर पक्ष का कहना है कि डीजे पर डांस करने को लेकर विवाद हुआ।
विवाद बढ़ने पर वधू पक्ष ने संबंध करने से इनकार कर दिया और दूसरे वरों की तलाश शुरू की। देर रात शाहपुरा निवासी लूणकरण के बेटे रमेशचंद व उसके भाई किशन के साथ फेरों की रस्म अदाकर दोनों बेटियां विदा कर दी गई। वहीं, दुल्हन लेने आए दूल्हे व परिजनों को रातभर वहीं बैठाए रखा। सूचना पर सुबह पहुंची शाहपुरा पुलिस उन्हें विवाह स्थल से वैन में बैठाकर ले जाने लगी तो ग्रामीणों ने घेर लिया और शादी में खर्च किए रूपए मांगने लगे। थाना प्रभारी की समझाइश पर ग्रामीण शांत हुए।
राड़ावास। शाहपुरा के शिवसिंहपुरा में दहेज को लेकर हुए विवाद के बाद वधू पक्ष ने दो दूल्हों की बारात लौटा दी। दोनों दुल्हनों के लिए दूसरे वर तलाश कर उन्हें विदा किया गया। छारसा निवासी जगदीश प्रसाद व देवी सहाय के बेटों जय व संदीप का विवाह शिवसिंहपुरा निवासी फूलचंद की दो बेटियों जया व संगीता के साथ तय हुआ था। शुक्रवार शाम 5 बजे बारात पहुंची व विवाह की कुछ रस्में भी हो गईं। फेरों के समय दोनों पक्षों में दहेज को लेकर विवाद हो गया। वधू पक्ष ने वर पक्ष पर दहेज में अल्टो की जगह बोलेरो मांगने का आरोप लगाया। वहीं, वर पक्ष का कहना है कि डीजे पर डांस करने को लेकर विवाद हुआ।
विवाद बढ़ने पर वधू पक्ष ने संबंध करने से इनकार कर दिया और दूसरे वरों की तलाश शुरू की। देर रात शाहपुरा निवासी लूणकरण के बेटे रमेशचंद व उसके भाई किशन के साथ फेरों की रस्म अदाकर दोनों बेटियां विदा कर दी गई। वहीं, दुल्हन लेने आए दूल्हे व परिजनों को रातभर वहीं बैठाए रखा। सूचना पर सुबह पहुंची शाहपुरा पुलिस उन्हें विवाह स्थल से वैन में बैठाकर ले जाने लगी तो ग्रामीणों ने घेर लिया और शादी में खर्च किए रूपए मांगने लगे। थाना प्रभारी की समझाइश पर ग्रामीण शांत हुए।
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