रविवार, 15 जनवरी 2012

भंवरी के बेटे को सरकारी नौकरी और लाखों का पैकेज

भंवरी तो भंवर में समा गई, बढ़ गया बच्चों का दर्द

बहुचर्चित एएनएम भंवरीदेवी मामले में सरकार ने उसके आश्रित परिवार को राहत पैकेज दिया है। इसमें उसके बेटे साहिल को कनिष्ठ लिपिक अथवा समकक्ष पद पर नौकरी और चार लाख रुपए आर्थिक सहायता के तौर पर दी जाएगी। इनमें दो लाख रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष से और दो लाख रुपए मां की हत्या होने पर देय नियमानुसार मुआवजा राशि होगी। इसके साथ ही भंवरी की दो बेटियों अश्विनी एवं गुनगुन के नाम दो-दो लाख रुपए की एफडी कराई जाएगी। यह पैसा उनकी शादी में काम आएगा। साथ ही उन्हें शादी के समय सरकार की ओर से 50-50 हजार रुपए की नकद सहायता राशि भी दी जाएगी। एएनएम भंवरीदेवी की अपहरण के बाद कुछ लोगों ने हत्या कर दी थी। इस षडयंत्र में पूर्व जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा, विधायक मलखान विश्नोई समेत कई लोगों के नाम सामने आए हैं।

उल्लेखनीय है कि एएनएम भंवरीदेवी की हत्या के बाद उसके पति अमरचंद इन दिनों जेल में है। ऐसे में बच्चों के पालन-पोषण की जिम्मेदारी अमरचंद की बूढ़ी मां पूनी देवी (70) पर आ गई है। वह खुद पारिवारिक पेंशन से जीवन चलाती है। घर में कोई कमाऊ सदस्य भी नहीं रह गया है। राहत पैकेज के तहत भंवरीदेवी के तीनों बच्चे अगर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के छात्रावासों में रहते हैं तो उनके खाने-पीने की व्यवस्था भी निःशुल्क होगी। विभाग की योजनाओं के तहत उच्च शिक्षा ग्रहण करने की स्थिति में उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति दी जाएगी। इसे विशेष मामला मानते हुए पालनहार योजना के तहत इन बच्चों के अभिभावक को 675 रुपए मासिक दिए जाएंगे। बच्चों को भी सालाना दो-दो हजार रुपए की राशि मिलेगी। तीनों बच्चे मौजूदा अथवा सरकारी स्कूल-कॉलेजों में पढ़ना चाहें तो उनकी सरकार मदद करेगी।

क्या था मामला
जोधपुर की एएनएम भंवरी देवी 1 सितंबर से लापता थी, इस मामले में राजस्थान सरकार के एक मंत्री को इस्तीफ देना पड़ा और कांग्रेस के एक विधायक का नाम भी आया। भंवरी देवी की मंत्रीजी के सेक्स सीडी सार्वजनिक हुई। इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई जिसमें चार महीना बाद यह पता चल पाया कि अपहरण के बाद उसकी हत्या कर दी गई। इस मामले में अब राज्य सरकार ने उसके परिवार के लिए राहत पैकेज की घोषणा की है।

2 टिप्‍पणियां:

  1. स्वर्गीय भंवरी देवी सरकारी कर्मचारी थी और हर साल अप्रैल माह में दुर्घटना बीमा सरकार खुद करती है मरने पर 2 ,00 ,000 /- रु. दिया जाता है इसमें सरकार की दया का सवाल नहीं है ! उनकी मृत्यु पर उनके एक आश्रित को सरकारी सेवा में लेने का नियम है, पेंशन, ग्रेचुटी और कम्युटेशन की राशी जो लाखों रुपया बनेगी उनके परिवार को दिए जाने का सरकारी नियम है ! और माहवारी पेंशन भी मिलेगी ! इसको कोई रोक नहीं सकता है !

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  2. स्वर्गीय भंवरी देवी सरकारी कर्मचारी थी और हर साल अप्रैल माह में दुर्घटना बीमा सरकार खुद करती है मरने पर 2 ,00 ,000 /- रु. दिया जाता है इसमें सरकार की दया का सवाल नहीं है ! उनकी मृत्यु पर उनके एक आश्रित को सरकारी सेवा में लेने का नियम है, पेंशन, ग्रेचुटी और कम्युटेशन की राशी जो लाखों रुपया बनेगी उनके परिवार को दिए जाने का सरकारी नियम है ! और माहवारी पेंशन भी मिलेगी ! इसको कोई रोक नहीं सकता है !

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