नई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तस्वीर पर फेंकी गई कालिख भले ही साफ हो गई है लेकिन इस पर सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह रामदेव और बीजेपी की साजिश है। हनुमंत राव सहित कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी इसे रामदेव सहित बीजेपी और आरएसएस की साजिश करार दिया है। उनका आरोप है कि यूपी चुनावों के मद्देनजर बीजेपी ऐसी ‘ड्रामेबाजी’ कर रही है ताकि लोगों का ध्यान मूल मुद्दे से भटकाया जाए।
कांग्रेस नेता और केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला ने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और राजनीति में इस तरह की घटनाएं ठीक नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘अगर बाबा रामदेव कहते हैं कि उनके लोग नहीं हैं तो पुलिस पता लगाए कि वो लोग कौन हैं। अगर ये रामदेव बाबा के समर्थक हैं तो यह बेहद गलत है। दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।’
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि घटना बेहद निंदनीय है और यूपी की जनता इसका जवाब देगी। वहीं भाजपा प्रवक्ता बलबीर पुंज ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का हथकंडा हो सकता है। बीजेपी ने दिग्विजय के आरोपों पर कहा है कि जिसने कालिख फेंकी है, पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई करे और कांग्रेस को इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।
अन्ना हजारे ने भी इस घटना की निंदा की है। रालेगण सिद्धि से जारी बयान में अन्ना ने कहा, ‘कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पोस्टर पर जो कालिख लगाई गई है वो लोकशाही के लिए अच्छी बात नहीं है। हम इसकी घोर निंदा करते हैं।’
क्या है पूरा घटनाक्रम?
राजधानी स्थित कांग्रेस मुख्यालय पर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की तस्वीर पर आज एक शख्स ने कालिख फेंक दी। 24, अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय के बाहर मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कालिख पोतने वाले शख्स की जमकर पिटाई कर दी। करीब आधे घंटे तक चले हंगामे के बाद सोनिया की तस्वीर से कालिख पोंछ दी गई है।
आरोप है कि कालिख फेंकने वाला शख्स रामदेव का समर्थक है। गौरतलब है कि शनिवार को रामदेव पर एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एक शख्स ने काली स्याही फेंक दी थी।
हालांकि बाबा रामदेव के प्रवक्ता एस के तिजारावाला ने इससे इनकार किया है कि कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करने वाले लोग योग गुरु के समर्थक थे। उन्होंने कहा कि इस घटना में पूरी साजिश है। हालांकि भगत सिंह क्रांति सेना ने कांग्रेस मुख्यालय के बाहर हुए हंगामे की जिम्मेदारी ली है।
चुनावी मौसम के चलते कांग्रेस मुख्यालय पर पार्टी कार्यकर्ताओं की भीड़ थी। ‘साधु-संतों का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान...’ का नारा लगाते हुए कुछ लोगों की भीड़ में से एक शख्स ने सोनिया की तस्वीर पर कालिख फेंक दी। वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने सोनिया की तस्वीर पर कालिख फेंकने वाले अधेड़ उम्र के इस शख्स की इतनी पिटाई की कि वह अधमरा सा हो गया। ऐसी ही पिटाई का शिकार हुए एक अन्य शख्स ने खुद का नाम त्रिभुवन सिंह बताया। उसने कहा, मैं कोई आईएसआई का एजेंट नहीं हूं। हमने तो बस ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’ के नारे लगाए।’ हालांकि पुलिस ने तुरंत हालात को काबू में ले लिया। पुलिस ने इस सिलसिले में एक शख्स को हिरासत में ले लिया है।
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